पहली बारिश में ही गिरा जबलपुर के नवनिर्मित एयरपोर्ट का छज्जा, तीन महीने पहले PM ने किया था लोकार्पण

भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ा जबलपुर का डुमना एयरपोर्ट, पहली बारिश में ही छज्जा गिरा, अरुण यादव बोले- मोदी की गारंटी सिर्फ तीन महीने टिक पाई

Updated: Jun 27, 2024, 06:23 PM IST

जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में नवनिर्मित डुमना एयरपोर्ट पहली बारिश भी नहीं झेल पाया। तीन महीने पहले ही पीएम नरेंद्र मोदी ने इसका लोकार्पण किया था। लेकिन 450 करोड़ की लागत से निर्मित एयरपोर्ट का छज्जा तीन महीने में ही टूटकर गिर गया। कांग्रेस ने इसे लेकर भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदी की गारंटी सिर्फ तीन महीने टिक पाई।

रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरुवार को एयरपोर्ट के टर्मिनस बिल्डिंग के सामने लगाई गई टेंसिल रूफ में पहली बारिश का थोड़ा सा पानी भर जाने के कारण उसका एक हिस्सा टूटकर कर गिर गया। जिसके चलते नीचे खड़ी अधिकारी की गाड़ी पूरी तरह से डैमेज हो गई। यह हादसा तब हुआ जब आयकर के बड़े अधिकारी और उनका ड्राइवर कार से उतरे ही थे और अपना सामान एयरपोर्ट में रख रहे, तभी तेज आवाज होने पर आयकर अधिकारी ने पलट कर देखा तो उनकी कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी थी।

यह हादसा गुरुवार सुबह लगभग 11:30 बजे हुआ. वहीं इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कार पूरी तरह से छतिग्रस्त दिख रही है। बता दें कि जबलपुर के नवनिर्मित एयरपोर्ट में यात्रियों के टर्मिनल बिल्डिंग में एंट्री से पहले गाड़ी से उतरने और सामान उतारने के लिए एक कैनेपी टेंट (टेंसिल रूफिंग) बनाया गया है, अभी तक गर्मी के कारण यह पता नहीं था कि इसकी क्षमता क्या है, पहली बारिश होते ही इस टेंसिल रूफिंग का एक हिस्सा गिर गया।

बारिश में टेंसिल रूफिंग गिर जाने से एयरपोर्ट निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। जिसके बाद एयरपोर्ट डायरेक्टर राजीव रत्न पांडे ने इस हादसे की जांच के निर्देश दिए हैं। राजीव रत्न पांडे ने सभी जिम्मेदार अधिकारियों की तत्काल बैठक बुलाकर यह देखने के लिए कहा है कि किस तकनीकी गड़बड़ी के कारण यह हादसा हुआ।

वहीं, कांग्रेस ने इसे लेकर सत्ताधारी दल पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता अरुण यादव ने कहा कि जबलपुर में 450 करोड़ से नवनिर्मित डुमना एयरपोर्ट का शेड पहली ही बारिश में कार के ऊपर गिर गया, जिससे कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई, 3 महीने पहले ही टर्मिनल का मोदी जी ने लोकार्पण किया था। मोदी जी की गारंटी बस 3 महीने ही टिक पाई।