MP By Election: सचिन पायलट की सभाओं में उमड़ी भीड़, उमा भारती को मिलीं खाली कुर्सियां
मेहगांव उपचुनाव 2020: दोनों नेता अपनी-अपनी पार्टी का प्रचार करने पहुंचे, सचिन पायलट ने जनसैलाब देख जीत का भरोसा जताया, उमा भारती खाली कुर्सियां भाषण दिए बिना ही लौट गईं

मेहगांव। कांग्रेस नेता सचिन पायलट की चुनावी सभा में उमड़ी भीड़ तो बीजेपी नेता उमा भारती पंडाल में खाली कुर्सियों को देखकर भाषण दिए बिना ही लौट गईं। बुधवार को मध्य प्रदेश के मेहगांव विधानसभा क्षेत्र में हुई चुनावी रैलियों का हाल कुछ ऐसा ही रहा। सचिन पायलट के जरिए कांग्रेस ने जहां प्रदेश के गुर्जर वोटों को साधने की कोशिश की, वहीं बीजेपी ने उमा भारती को लाकर लोधी वोटों को प्रभावित करने का प्रयास किया। सचिन की सभाओं में आई भीड़ से कांग्रेस के खेमे में संतोष का भाव नज़र आया, वहीं उमा भारती की सभा में खाली पंडाल और खाली कुर्सियों ने हताशा बढ़ा दी।
सचिन पायलट ने मेहगांव के अलावा मुरैना विधानसभा क्षेत्र के रनचोली, भिंड जिले की गोहद विधानसभा सीट और ग्वालियर जिले की डबरा विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी सभाओं को संबोधित किया। सचिन की हर सभा में अच्छी खासी भीड़ नज़र आई। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर इन सभी सभाओं की तस्वीरें भी शेयर की हैं। मेहगांव की सभा की तस्वीर शेयर करते हुए सचिन पायलट ने ट्विटर पर लिखा, "मध्य प्रदेश के भिंड जिले की मेहगांव विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे जी के समर्थन में गोरमी में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित किया। जनआशीर्वाद से कांग्रेस के उम्मीदवार जीतेंगे।"
मध्यप्रदेश के भिंड जिले की मेहगांव विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे जी के समर्थन में गोरमी में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित किया।
— Sachin Pilot (@SachinPilot) October 28, 2020
जनआशीर्वाद से कांग्रेस के उम्मीदवार जीतेंगे। pic.twitter.com/tIV7a2dUM3
उमा भारती की सभा में 200 लोग भी नहीं जुटे
इसी मेहगांव विधानसभा क्षेत्र में उमा भारती की जनसभा भी हुई, लेकिन भीड़ का कहीं अता-पता नहीं था। उमा भारती हेलिकॉप्टर से उतरकर सभा में पहुंची तो खाली कुर्सियां देखकर भड़क उठीं। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक सभा में दो सौ लोग भी नहीं थे, जबकि बड़े नेताओं के कार्यक्रमों में इससे ज्यादा तो पार्टी के कार्यकर्ता ही जुट जाते हैं। इन हालात में उमा भारती ने मंच पर माइक संभाला तो सामने मौजूद गिने-चुने लोगों को संबोधित करने की जगह आयोजकों पर ही बरस पड़ीं। आयोजकों ने उनका गुस्सा शांत करने के लिए कहा कि अचानक से चुनाव सभा की जगह बदल गई है, इसलिए लोग नहीं आ पाए। लेकिन उमा भारती पर उनकी बातों का कोई असर नहीं हुआ और वे इसे आयोजकों की बदइंतज़ामी का नतीजा बताती रहीं। उन्होंने कहा कि वे अभी कोरोना वायरस से ठीक हुई हैं और फिर भी सभा करने आ गईं। अगर व्यवस्थाओं का इतना ही अकाल था तो उन्हें पहले बता देना चाहिए था ताकि वे समय बदल लेतीं। ये सारी बातें उन्होंने मंच पर खड़े होकर माइक पर कहीं। आयोजकों को फटकार लगाने के बाद उमा भारती बिना भाषण दिए ही वापस रवाना हो गईं।
एक ही इलाके में एक ही दिन सचिन पायलट और उमा भारती दोनों की सभाएं होने को कांग्रेस-बीजेपी के बीच शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा था, जिसमें जिसमें पायलट बाजी मार ले गए। उनकी जनसभा में लोगों की भारी भीड़ नज़र आई। खासकर युवा तबके ने अपनी भारी स्थिति दर्ज कराई। उनके आने से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में एक अलग जोश नजर आया। सचिन की डबरा की जनसभा में भी भारी भीड़ देखने को मिली। कांग्रेस उम्मीदवार सुरेश राजे के समर्थन में आयोजित इस जनसभा में भीड़ देखकर जोश में आए सचिन पायलट ने कहा कि जनसैलाब बता रहा है कि मध्य प्रदेश की जनता बीजेपी को आईना दिखाने के लिए तैयार है। डबरा में सुरेश राजे का मुकाबला शिवराज की मंत्री इमरती देवी से है।
मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव में ग्वालियर जिले के डबरा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी श्री सुरेश राजे जी के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित किया।
— Sachin Pilot (@SachinPilot) October 28, 2020
जनसभाओं मे उमड़े जनसैलाब ने साबित कर दिया है कि अब मध्यप्रदेश की जनता भाजपा को आईना दिखाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। pic.twitter.com/mO0unXhi7W
सचिन पायलट ने गोहद में कांग्रेस उम्मीदवार मेवाराम जाटव और मुरैना में राकेश मावई के समर्थन में भी चुनावी सभाओं को संबोधित किया। इन सभी जगहों पर उनकी सभाओं में अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली। सचिन ने अपने भाषणों में कहीं भी ज्योतिरादित्य सिंधिया पर नाम लेकर निशाना नहीं साधा, लेकिन ये ज़रूर कहा कि कमलनाथ सरकार को किस तरह गिराया गया, ये प्रदेश की जनता ने देखा है। सचिन ने शिवराज सरकार के कामकाज की कड़ी आलोचना करते हुए कांग्रेस की जीत का भरोसा भी जाहिर किया।