Journalist Death Case: AIIMS ट्रॉमा सेंटर के मेडिकल सुपरिटेंडेंट को हटाया
चार सदस्यीय जांच समिति की रिपोर्ट पर कार्रवाई,एम्स में सुधार के लिए विशेषज्ञों की नई समिति गठित

पत्रकार तरुण सिसोदिया के मौत के मामले में कार्रवाई करते हुए एम्स के ट्रामा सेंटर के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट अमित लाथवाल को हटा दिया गया है। 6 जुलाई को कोरोना का इलाज करा रहे है तरुण सिसोदिया ने ट्रॉमा सेंटर की चौथी मंज़िल से कूद कर अपनी जान दे दी थी। यह जानकारी खुद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने दी है।
जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर हटाया गया
हर्षवर्धन ने पत्रकार तरुण सिसोदिया मौत मामले में चार सदस्यीय जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर ट्रॉमा सेंटर के सुपरिंटेंडेंट को हटाने का फैसला किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने ट्ववीट कर बताया कि तत्काल प्रभाव से एम्स ट्रॉमा सेंटर के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट को अपदस्थ किए जाने क़े निर्देश दे दिए हैं। हालांकि स्वास्थ्य मंत्री ने जांच समिति की रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि पत्रकार के इलाज में कोई कोताही नहीं बरती गई थी। पत्रकार का इलाज परम्परागत तरीके से ही किया जा रहा था। हर्षवर्धन ने बताया कि जांच में किसी भी तरह की इरादतन हत्या की बात सामने नहीं आई है।
गौरतलब है कि पत्रकार की मौत होने के बाद अपने मित्र से व्हाट्सप्प पर की गई चाट का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा था जिसमे तरुण सिसोदिया ने अपनी हत्या की आशंका जताई थी।लेकिन जांच समिति की रिपोर्ट ने सिसोदिया की इरादतन हत्या किए जाने की बात को नकार दिया है।
The 4-member inquiry committee, constituted to examine the suicide of Shri Tarun Sisodiya, had submitted its report today.
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) July 10, 2020
The committee did not find any malafide intent in the death of Mr Sisodiya. It also did not find any lapses in the treatment protocol of #Covid19 .
एम्स में प्रशासनिक बदलाव हेतु बनाई गई समिति
पत्रकार की आत्महत्या मामले में जांच समिति द्वारा रिपोर्ट तो स्वास्थ्य मंत्री को सौंपी जा चुकी है। लेकिन अब भी एम्स में प्रशासनिक स्तर पर फेरबदल किए जाने की गुंजाइश अभी बाकी है। ऐसे में एम्स में प्रशासनिक स्तर पर ज़रूरी बदलाव किए जाने को लेकर विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया गया है। जो 27 जुलाई को स्वास्थ्य मंत्री को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। बताया जा रहा है कि इतिहास में पहली बार एम्स के ऊपर इतनी बड़ी कार्रवाई देखी जा रही है।