कृषि कानूनों की वापसी पर अमित शाह ने पीएम मोदी की तारीफ में पढ़े कसीदे, बताई उनकी खासियत

अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी में यही खासियत है कि उन्होंने गुरु पूरब के मौके पर कृषि कानूनों को वापस लेने का निर्णय लिया, लोग बोले- पिछले साल गुरु पूरब नहीं आया थी क्या?

Updated: Nov 19, 2021, 11:08 AM IST

Photo Courtesy : Telegraph
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नई दिल्ली। विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस लेने के बाद एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्रॉल हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भाजपाई इसे मास्टर स्ट्रोक बताने से नहीं चूक रहे। इसी बीच देश के गृहमंत्री अमित शाह की भी इसपर प्रतिक्रिया आ गई है। अमित शाह में पीएम मोदी की तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए कहा है कि उनमें स्टेट्समैन दिखता है।

गृहमंत्री शाह ने एक ट्वीट में लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी में यही खासियत है कि उन्होंने यह ऐलान करने के लिए गुरु पूरब के विशेष दिन को चुना। यह दर्शाता है कि वे सभी भारतीयों के कल्याण के अलावा कुछ नहीं सोचते। उन्होंने एक बेहतरीन स्टेट्समैनशिप दिखाई है।' शाह के इस ट्वीट पर लोग पूछ रहे हैं कि पिछले साल गुरु पूरब नहीं आया था क्या जो वे अपने भीतर के स्टेट्समैनशिप दिखाने से चूक गए? 

अमित शाह ने इसके पहले एक ट्वीट में लिखा कि, 'प्रधानमंत्री मोदी की कृषि कानूनों संबंधी घोषणा एक स्वागत योग्य और स्टेट्समैन जैसा कदम है। जैसा कि पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा भारत सरकार हमारे किसानों की सेवा करती रहेगी और उनके प्रयासों में हमेशा उनका समर्थन करेगी।' 

भाजपा के अन्य नेताओं ने भी इस कदम के लिए पीएम मोदी की भूरी-भूरी प्रशंसा की है। कपिल मिश्रा ने इसे ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा है कि, 'मोदी जी ने फिर साबित किया उनके लिए देश सबसे बड़ा है। किसानों की आड़ में खालिस्तानी आग से खेलने का ख्वाब देखने वालों को अब सामने से आना पड़ेगा। असली लीडर ही खुद सामने आकर ऐसे बड़े फैसले ले सकता हैं।' 

खास बात यह है कि पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पीएम मोदी की तारीफ की है। अमरिंदर सिंह ने एक ट्वीट में लिखा, 'किसानों की मांग स्वीकारने और तीन कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए शुक्रिया मोदी जी। गुरु नानक जंयती के मौके पर ये अच्छा फैसला लिया गया है। मुझे उम्मीद है कि केंद्र सरकार किसानों के विकास करने का काम जारी रखेगी।' 

दरअसल, कृषि कानूनों के खिलाफ लागातार बोलने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस से अलग होने के बाद बीजेपी नेताओं से मिलना जुलना शुरू कर दिया है। वे अमित शाह से भी मिल चुके हैं और पंजाब में अपनी अलग पार्टी बनाने का भी ऐलान कर दिया है। ऐसे में अब उनकी प्रतिक्रिया से अंदाजा लगाया जा रहा है कि पंजाब में अब वे बीजेपी का सहयोगी बन सकते हैं।