पीएम ने भ्रष्टाचार के समर्थन पर लगाई मुहर, भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे ईश्वरप्पा से बात करने पर कांग्रेस का पलटवार

पीएम मोदी ने के ईश्वरप्पा से फोन पर बात की ताकि बीजेपी में बगावत को रोका जा सके, ईश्वरप्पा पर भ्रष्टाचार और बीजेपी के ही कार्यकर्ता को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है

Publish: Apr 21, 2023, 03:03 PM IST

बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बीजेपी में जारी बगावत को रोकने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम के ईश्वरप्पा से बात करना भारी पड़ गया है। पीएम मोदी और ईश्वरप्पा के बीच हुई बातचीत पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा है कि भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे व्यक्ति से बात कर के पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार को अपने समर्थन की पुष्टि कर दी है। 

कांग्रेस नेता और कर्नाटक कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि के ईश्वरप्पा से बात कर के प्रधानमंत्री मोदी ने यह साबित किया है कि वह भ्रष्टाचार का समर्थन करते हैं। सत्यपाल मलिक ने भी यही कहा है कि पीएम को भ्रष्टाचार से कोई खास समस्या नहीं है। 

रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि जिस नेता को बगावत न करने की नसीहत प्रधानमंत्री दे रहे हैं उस नेता पर 40 फीसदी कमीशन लेने का आरोप है। उसी नेता पर बीजेपी के ही एक कार्यकर्ता संतोष पाटिल को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप हैं। क्या प्रधानमंत्री संतोष पाटिल के परिजनों से बात करेंगे? उन्होंने ईश्वरप्पा से बात कर के यह साबित किया है कि उनके लिए बीजेपी के आम कार्यकर्ताओं की जान की कोई कीमत नहीं है। 

दरअसल पिछले साल अप्रैल महीने में संतोष पाटिल नामक बीजेपी कार्यकर्ता ने आत्महत्या कर ली थी। संतोष पाटिल ने अपनी आत्महत्या का आरोप राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम के ईश्वरप्पा पर लगाया था। संतोष पाटिल पेशे से ठेकेदार थे। उन्होंने कहा था कि बीजेपी नेता ने उन्हें क्लीयरेंस दिलवाने के लिए 40 फीसदी की कमीशन की मांग की थी। संतोष पाटिल ने इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी को भी पत्र लिखा था। 

हालांकि यह मामले उजागर होने के बाद के ईश्वरप्पा ने संतोष पाटिल के ख़िलाफ़ मानहानि का मुकदमा ठोकने की धमकी दी और इसके बाद संतोष पाटिल ने आत्महत्या कर ली। आज प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हीं ईश्वरप्पा से फोन पर बात की और पार्टी के प्रति ईश्वरप्पा की प्रतिबद्धता की तारीफ की। जिस पर ईश्वरप्पा ने कहा कि वह चुनाव में बीजेपी को जीत दिलाने के लिए मेहनत करेंगे। 

ईश्वरप्पा पांच बार शिमोगा सीट से विधायक रह चुके हैं। हालांकि इस बार उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का मन बनाया था और अपने बेटे को टिकट देने की मांग की थी लेकिन बीजेपी ने ईश्वरप्पा के बेटे को भी टिकट नहीं दिया। दूसरी तरफ टिकट न मिलने के बाद पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार और पूर्व डिप्टी सीएम लक्ष्मण सावदी ने बीजेपी छोड़ दी और कांग्रेस में शामिल हो गए।