कर्नाटक में कांग्रेस ने अमित शाह के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत, भड़काऊ बयान और नफरत फ़ैलाने का आरोप
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि अमित शाह विभिन्न वर्गों और धर्मों के बीच नफरत फैला रहे हैं। साथ ही वह कर्नाटक के शांतिपूर्ण राज्य की सद्भावना को भंग, भ्रष्ट आचरण और जानबूझकर गलत बयान दे रहे हैं।

बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में सियासी सरगर्मियां तेज है। राज्य में चुनाव प्रचार के दौरान हाल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कुछ ऐसा कह दिया, जिसे लेकर कांग्रेस ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। दरअसल, अमित शाह ने अपने बयान में कहा था कि अगर राज्य में कांग्रेस की सरकार बनी तो प्रदेश में दंगे होंगे। इस पर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताते हुए पुलिस और चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की है।
कांग्रेस नेता और कर्नाटक चुनाव के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार गुरुवार को बेंगलुरु के हाई ग्राउंड पुलिस स्टेशन पहुंचे। यहां उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ भड़काऊ बयान देने, दुश्मनी और नफरत को बढ़ावा देने और विपक्ष को बदनाम करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है। इस बात की जानकारी स्वयं रणदीप सुरजेवाला ने दी।
We have given an FIR against Union HM Shri Amit Shah to be lodged and action to be taken against him for spreading hatred among classes and religions, disrupting the harmony of the peaceful state of Karnataka, committing corrupt practices, knowingly making false statements and… pic.twitter.com/qeawwjlT7n
— Congress (@INCIndia) April 27, 2023
सुरजेवाला ने कहा कि यदि भारत के गृह मंत्री झूठे बयान देते हैं जो धर्म और समुदायों के बीच टकराव पैदा कर सकते हैं, तो कानून-व्यवस्था की रक्षा कौन करेगा। वहीं डीके शिवकुमार ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा है कि अगर कांग्रेस पार्टी सत्ता में आती है, तो वे सांप्रदायिक अधिकारों से प्रभावित होंगे। वह इस तरह का बयान क्यों दे रहे हैं?.. हमने इस पर चुनाव आयोग के पास शिकायत दर्ज की है।
इससे पहले कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इसे लेकर ट्वीट भी किया था। इसमें उन्होंने कहा था कि बीजेपी और अमित शाह हर दिन कर्नाटक का अपमान कर रहे हैं। बता दें कि मंगलवार को कर्नाटक के बेलगावी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा था कि, 'अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो राज्य का विकास रिवर्स गियर में होगा। वंशवाद की राजनीति चरम पर होगी और कर्नाटक दंगों से पीड़ित होगा।'