इस शानदार उपलब्धि पर हर भारतीय को गर्व, सोनिया गांधी ने ISRO प्रमुख को लिखी चिट्ठी
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने ISRO प्रमुख को चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर बधाई देते हुए लिखा कि यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि कल शाम ISRO की शानदार उपलब्धि ने उन्हें रोमांचित कर दिया था।

नई दिल्ली। चंद्रयान-3 की सफलता से हर भारतीय गदगद है और इसरो को बधाई दे रहा है। इस मिशन की सफलता के साथ ही भारत चांद के दक्षिण ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला पहला देश बन गया है। इसी ऐतिहासिक कामयाबी पर अब पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ISRO चीफ एस सोमनाथ को बधाई संदेश भेजा है।
एस सोमनाथ को संबोधित चिट्ठी में सोनिया गांधी ने लिखा है, 'आपको यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि कल शाम ISRO की शानदार उपलब्धि ने मुझे रोमांचित कर दिया था। यह सभी भारतीयों, खासतौर पर युवा पीढ़ी के लिए बहुत गर्व और उत्साह का विषय है।'
CPP Chairperson Smt. Sonia Gandhi Ji extends her heartfelt congratulations to the dedicated team at ISRO.
— Congress (@INCIndia) August 24, 2023
Here is her letter to the Chairman of ISRO, Shri S. Somanath. pic.twitter.com/olCRnO1EqY
सोनिया ने अपनी चिट्ठी में लिखा, 'ISRO की बेहतरीन क्षमताएं दशकों में विकसित हुई हैं। उल्लेखनीय नेताओं का इसमें महत्वपूर्ण योगदान रहा है। सामूहिक प्रयास की भावना ने इसे हमेशा प्रेरित किया है। साठ के दशक की शुरुआत से ही ISRO आत्मनिर्भरता पर आधारित रहा है, जिसने इसकी सफलताओं में बड़ा योगदान दिया है। मैं ISRO समुदाय को शुभकामनाएं देती हूं। इस महत्वपूर्ण अवसर पर टीम के प्रत्येक सदस्य को हार्दिक बधाई।'
बता दें कि चंद्रयान-3 ने चांद पर पहुंचने के लिए 40 दिनों तक सफर किया। लेकिन चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग के दौरान आखिरी 17 मिनट सबसे अहम थे। इन्हीं 17 मिनट में चंद्रयान-2 की उम्मीदें टूटी थीं। लेकिन इस बार ISRO ने पूरी तैयारी के साथ टेरर ऑफ 17 मिनट के खेल में जीत हासिल कर ली।
दरअसल, इन 17 मिनट में लैंडर खुद काम करता है। इस दौरान इसरो से कोई भी कमांड नहीं दी जाती। लैंडर को सही समय, सही ऊंचाई और सही मात्रा में ईंधन का इस्तेमाल करते हुए लैंडिंग करनी होती है। गलती की कोई भी गुंजाइश नहीं होती। उन 17 मिनट में 4 फेज होते हैं, जो बताते हैं कि वह कैसे उतरेगा।