केरल हाईकोर्ट से भी NDA को राहत नहीं, तीन उम्मीदवारों के नामांकन रद्द करने के फ़ैसले पर लगी मुहर

चुनाव आयोग ने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन के तीन उम्मीदवारों का नामांकन पत्र ख़ारिज कर दिया तो बीजेपी ने उसे हाईकोर्ट में चुनौती दी, कोर्ट से भी एनडीए उम्मीदवारों को निराशा ही हाथ लगी

Updated: Mar 22, 2021, 10:25 AM IST

Photo Courtesy : News18
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कोची। केरल हाईकोर्ट से भी बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। उच्च न्यायालय ने आज एनडीए के तीन उम्मीदवारों की ओर से दायर उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें निर्वाचन आयोग के फैसले को चुनौती दी गई थी। कोर्ट के इस आदेश के बाद अब एनडीए के तीन उम्मीदवारों का नामांकन रद्द करने के चुनाव आयोग के फैसले पर मुहर लग गई है।

मामले की सुनवाई कर रहे जस्टिस एन नागरेश की पीठ ने कहा कि संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों के रिटर्निंग ऑफिसर्स नामांकन पत्रों में मौजूद खामियों की वजह से उन्हें रद्द कर दिया। उनके इस फैसले में कोर्ट दखल नहीं दे सकता है। अदालत ने कहा कि एक बार चुनाव प्रक्रिया शुरू हो जाने के बाद निर्वाचन आयोग के फैसलों में हस्तक्षेप करना न्यायालय के लिए उचित नहीं है।

कोर्ट ने कहा कि चुनाव का नोटिफिकेशन जारी होने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग के फैसलों में दखल देने से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया पर असर पड़ सकता है। केरल में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए जूझती बीजेपी के लिए न्यायालय का यह फैसला एक बड़ा झटका है। कल उम्मीदवारों का नामांकन रद्द होने के बाद ही बीजेपी ने केरल हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। 

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गौरतलब है कि कन्नूर से बीजेपी के एन. हरिदास ने थालास्सेरी विधानसभा सीट से नामांकन भरा था। निर्वाचन अधिकारी ने उनके नामांकन को इसलिए खारिज कर दिया क्योंकि उनके नामांकन पत्र पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के हस्ताक्षर नहीं थे। गुरुवायुर विधासभा क्षेत्र से केरल में बीजेपी महिला मोर्चे की अध्यक्ष निवेदिता ने नामांकन किया था, लेकिन उनका पर्चा इसलिए खारिज हो गया, क्योंकि उनके नामांकन पत्र पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का नाम नहीं दिया गया था।

इसके अलावा देवीकुलम विधानसभा क्षेत्र में एआईएडीएमके नेता धनलक्ष्मी मारिमुथू का नामांकन पत्र भी खारिज हो गया। निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने फॉर्म 26 नहीं भरा था, इस कारण उनका नामांकन पत्र खारिज किया गया है। केरल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि माकपा के नेतृत्व वाले एलडीएफ गठबंधन को फायदा पहुंचाने के लिए एनडीए उम्मीदवारों ने जानबूझकर अधूरे नामांकन पत्र भरे हैं।