आज पदभार ग्रहण करेंगे मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस के लिए ऐतिहासिक दिन, AICC में तैयारियां पूरी
पदभार ग्रहण करने से पहले खड़गे बुधवार सुबह राजघाट पहुंचे, इस कार्यक्रम में राहुल गांधी भी शामिल होंगे, 24 साल बाद कांग्रेस को गैर गांधी अध्यक्ष मिला है।

नई दिल्ली। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे आज पदभार ग्रहण करेंगे। AICC मुख्यालय में इसके लिए भव्य समारोह आयोजित किया गया है। कांग्रेस के लिए आज का दिन ऐतिहासिक माना जा रहा है क्योंकि 24 साल बाद पार्टी को गैर गांधी अध्यक्ष मिलने वाला है।
पार्टी के रणनीतिकारों को उम्मीद है कि इसके बाद 'नई कांग्रेस' का उदय होगा और वह चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए कार्यकर्ताओं में एक नए जोश और उत्साह के साथ आगे बढ़ेगी। जानकारी के मुताबिक पदभार ग्रहण कार्यक्रम में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, राजस्थान सीएम अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल समेत तमाम दिग्गज नेता शामिल होंगे।
नव निर्वाचित कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे जी हेतु आज कांग्रेस मुख्यालय #AICC में पदभार ग्रहण समारोह की तैयारी ।@kharge pic.twitter.com/orHfXQ7rSq
— Minnat Rahmani (@MRahmaniINC) October 26, 2022
कांग्रेस मुख्यालय जाने से पहले मल्लिकार्जुन खड़गे सुबह 8 बजे बापू को श्रद्धांजलि अर्पित करने राजघाट पहुंचे। बताया जा रहा है कि आज खड़गे गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए टिकट को अंतिम रूप देने के लिए बुधवार को पहली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
मल्लिकार्जुन खड़गे AICC का अध्यक्ष पदभार संभालने से पहले राजघाट पहुंचे। साथ में राजस्थान प्रभारी महासचिव अजय माकन भी है। pic.twitter.com/nHGtbaTqmM
— Vivek Shrivastava (@Viveksbarmeri) October 26, 2022
माना जा रहा है कि खड़गे को पद के साथ चुनौती भी बड़ी मिल रही है। हर चुनाव उनके लिए अग्निपरीक्षा साबित होने वाला है। एक तरफ राजस्थान का सियासी संकट तत्काल चुनौती बनकर खड़ा है, तो अगले कुछ हफ्तों में गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव भी बड़ी चुनौती हैं। हालांकि, गुजरात चुनाव के तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है। इसके बाद अगले साल कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में भी चुनाव होने हैं। तत्काल बाद साल 2024 में लोकसभा चुनाव भी है।
ऐसे में 2024 के आम चुनाव से पहले पार्टी को एकजुट करना खड़गे के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। खड़गे की छवि सबको साथ लेकर चलने की रही है और उनकी यह खूबी यहां से आगे का सफर तय करने में उनके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है।