मोदी को इंतजार कराने वाले चीफ सेक्रेटरी को रिलीव नहीं करेंगी ममता, दिल्ली भेजने से किया इनकार

सीएम ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर आदेश पर पुनर्विचार करने को कहा है, ममता ने लिखा है कि इस मुश्किल दौर में अपने मुख्य सचिव को कार्यमुक्त नहीं कर सकती

Updated: May 31, 2021, 06:20 AM IST

Photo Courtesy: NDTV
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कोलकाता। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने अपने चीफ सेक्रेटरी अलपन बंदोपाध्याय को दिल्ली भेजने से इनकार कर दिया है। ममता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि केंद्र सरकार को अपने आदेश पर दुबारा विचार करना चाहिए। टीएसमसी नेता ने पत्र में लिखा है कि बंगाल सरकार ऐसे मुश्किल समय में अपने मुख्य सचिव को कार्यमुक्त नहीं कर सकती। 

दरअसल, केंद्र सरकार ने 28 मई को राज्य सरकार को पत्र लिखकर अपने चीफ सेक्रेटरी अलपन बंदोपाध्याय को कार्यमुक्त करने को कहा था। साथ ही अलपन को 31 मई की सुबह 10 बजे से पहले दिल्ली रिपोर्ट करने को कहा था। हालांकि, सीएम ममता का पत्र सार्वजनिक होने के बाद अब साफ हो गया है कि अलपन केन्द्र सरकार के आदेश को नहीं मानेंगे।

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सीएम ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित पत्र में लिखा, 'पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव को दिल्ली बुलाने के एकतरफा आदेश देखकर स्तब्ध और हैरान हूं। केंद्र का आदेश एकतरफा और अधिकारियों के सेवा के नियमों का उल्ल्घंन है। इसे लेकर राज्य सरकार से पहले कोई बात तक नहीं कि गई। कोरोना संकट के इस कठिन समय में राज्य सरकार अपने मुख्य सचिव को रिलीव नहीं कर सकती।'

ममता ने आगे लिखा कि, 'केंद्र सरकार ने 4 दिन पहले 24 मई को ही अलपन बंदोपाध्याय का सेवा विस्तार की अनुमति दी थी। लेकिन चार ही दिन में ऐसा क्या बदल गया जो उन्हें दिल्ली बुलाने का आदेश जारी कर दिया गया। यह पूरी तरह से असंवैधानिक है। आशा करती हूं कि इस आदेश का और कलईकुंडा में आपके (पीएम मोदी) साथ हुई मेरी मुलाकात का कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन यदि ऐसा है तो यह बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। क्योकि हम जनता के हित के अनुसार ही हम अपनी प्राथमिकताएं तय करते हैं।'

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असल में यह पूरा मामला प्रधानमंत्री मोदी के बंगाल दौरे से जुड़ा हुआ है। पीएम मोदी 28 मई को यास तूफान से आई तबाही का आंकलन करने बंगाल पहुंचे थे। यहां पीएम की बैठक में सीएम ममता बनर्जी आधे घंटे लेट पहुंची। राज्य के चीफ सेक्रेटरी होने के नाते बंदोपाध्याय भी ममता के साथ ही थे। सीएम ममता को तूफान प्रभावित इलाकों में जाना था इसलिए वह चीफ सेक्रेटरी को लेकर 15 मिनट में हीं वापस चली गईं। बीजेपी ने इसे जानबूझकर पीएम का अपमान करने का प्रयास करार दिया। इसी दिन केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय ने चीफ सेक्रेटरी को दिल्ली रिपोर्ट करने का आदेश जारी कर दिया, जिसके बाद राज्य और केंद्र सरकार आमने-सामने है।