झारखंड में मॉब लिंचिंग, लकड़ी तस्करी के आरोप में युवक की पीट-पीटकर हत्या, शव को लगाई आग

सिमडेगा में पेड़ काटने से नाराज भीड़ ने युवक को पत्थरों और लाठियों से पीटा, पत्नी और मां के सामने जलाया शव, मुख्यमंत्री ने मामले की जांच के दिए आदेश

Updated: Jan 05, 2022, 09:30 AM IST

Photo Courtesy: Bhaskar
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सिमडेगा। झारखंड में मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है। सिमडेगा में एक युवक के पेड़ काटने से नाराज गांववालों ने उसकी हत्या कर दी। ग्रामीणों की भीड़ ने युवक पर लकड़ी तस्करी का आरोप लगाया और उसे पत्थर से पीटा, फिर उसपर लाठियां बरसाई, जब ग्रामीणों का मन इतने में भी नहीं भरा तो उन्होंने अधमरे युवक को आग लगाकर जला दिया। युवक की पहचान संजू प्रधान नाम के तौर पर हुई है। 

अब इस केस में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। झारखंड में मॉब लिंचिंग के दोषियों को आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान है। सिमडेगा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार हजारों ग्रामीणों की भीड़ ने लकड़ी तस्करी का आरोप लगाकर संजू प्रधान की हत्या कर दी। पुलिस का मानना है कि यह भीड़ हिंसा जैसी घटना है। फिलहाल पुलिस ने मृतक के अधजले शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।

गांववालों का आरोप है कि संजू प्रधान जंगलों से लकड़ी की तस्करी करता था। पुलिस का दावा है कि संजू की पिटाई और हत्या के दौरान करीब एक हजार लोगों की भीड़ मौजूद थी। ग्रामीणों ने किसी बहाने से युवक को घर से बाहर बुलाया और फिर उसे मार डाला। यह सब युवक के घर के नजदीक ही हो रहा था, घटना के वक्त युवक की मां और पत्नी भी मौजूद थीं। दोनों ने संजू को बचाने की नाकाम कोशिश की। लोगों से उसे छोड़ देने की गुहार लगाई लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी।  

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 ग्रामीणों का आरोप है कि युवक ने गांव के खुंटकटी नियम का उल्लंघन किया है। इस नियम के तहत सार्वजनिक स्थानों के पेड़ काटने की मनाही है। युवक पर आरोप है कि उसने सार्वजनिक भूमि से 6 पेड़ काटकर बेच दिए थे। वहीं मृतक की पत्नी ने अपने पति की सफाई में कहा है कि उसका पति बेकसूर था, उसने पेड़ खरीद कर काटे थे। घटना के बाद गांव में तनाव की स्थिति बन गई है। जिसे देखते हुए भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है। मामले की जांच जारी है।