फ्लाईओवर पर फंसा पीएम मोदी का काफिला, फिरोज़पुर दौरा रद्द

प्रधानमंत्री मोदी सड़क मार्ग के ज़रिये फिरोज़पुर में कार्यक्रम स्थल पर जा रहे थे, इसी दौरान उनका काफिला एक फ्लाईओवर पर फंस गया, प्रदर्शनकारियों ने फ्लाईओवर का रास्ता बंद कर रखा था, जिसके बाद प्रधानमंत्री को अपना कार्यक्रम रद्द कर वापस बठिंडा एयरपोर्ट की ओर लौटना पड़ा

Publish: Jan 05, 2022, 10:10 AM IST

Photo Courtesy : NDTV
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी का फिरोज़पुर दौरा रद्द हो गया है। सड़क मार्ग से कार्यक्रम स्थल की ओर जा रहे प्रधानमंत्री मोदी का काफिला एक फ्लाईओवर पर फंस गया। जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी को अपना दौरा बीच में ही रद्द करना पड़ा। रास्ता बंद होने के कारण प्रधानमंत्री मोदी वापस बठिंडा एयरपोर्ट की ओर लौड गये। इस पूरे घटनाक्रम के लिये गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया है। गृह मंत्रालय ने इसे प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक करार देते हुए सारा ठीकरा पंजाब सरकार पर फोड़ा है।  

दरअसल प्रधानमंत्री मोदी को आज फिरोज़पुर में एक कार्यक्रम में संबोधित करने जाना था। वे हुसैनीवाला में शहीद स्मारक जाने के लिये बठिंडा पहुँचे थे। तय कार्यक्रम के अनुसार उन्हें हेलीकॉप्टर पर सवार होकर कार्यक्रम स्थल पर पहुँचना था। लेकिन खराब मौसम होने के चलते प्रधानमंत्री को सड़क मार्ग से कार्यक्रम स्थल तक ले जाने का निर्णय लिया गया। 

कार्यक्रम स्थल से लगभग तीस किलोमीटर पहले ही प्रधानमंत्री का काफिला फ्लाईओवर फंस गया। प्रदर्शनकारियों ने फ्लाईओवर का रास्ता पहले से ही बंद कर रखा था। जिस वजह से प्रधानमंत्री का काफिला लगभग बीस मिनट तक फ्लाईओवर पर ही फंसा रहा। अंत में प्रधानमंत्री ने बठिंडा एयरपोर्ट वापस जाने का निर्णय लिया।  

फिरोज़पुर में कार्यक्रम स्थल पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया पहले से ही मौजूद थे। उन्होंने खुद मंच से ही प्रधानमंत्री के न आने की सूचना देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री कई कारणों से कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो पायेंगे। लेकिन प्रधानमंत्री ने कहा है कि हम यह कार्यक्रम रद्द नहीं बल्कि स्थगित कर रहे हैं।  

इस पूरे मामले में गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। साथ ही ज़िम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करने के लिये भी कहा है। गृह मंत्रालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री के दौरे को देखते हुए पंजाब सरकार को आकस्मिक योजना की पक्की तैयारी रखनी चाहिये थी। सड़क मार्ग को प्रदर्शनकारियों से सुरक्षित रखा जाना चाहिये था। लेकिन पंजाब सरकार ने इसकी व्यवस्था नहीं की थी।