कैलाश विजयवर्गीय के करीबी ने दी थी रेड की टिप, लिस्ट में नहीं था आर्यन का नाम, सुनील पाटिल ने किया दावा

सुनिल पाटिल ने कहा कि इस मामले में अपना मुंह नहीं खोलने के लिए मनीष भानुशाली ने एक होटल में ले जाकर उसके साथ मारपीट भी की, पाटिल ने दावा किया कि क्रूज़ पर छापेमारी के बाद रात भर उगाही का प्रयास जारी था

Publish: Nov 08, 2021, 06:25 AM IST

Photo Courtesy: Salam India
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मुंबई। आर्यन खान मामले में एक अहम गवाह सुनील पाटिल सामने आ गया है। एसआईटी के सामने हाजिरी लगाने के बाद सुनील पाटिल ने मीडिया चैनलों से बातचीत करते हुए इस मामले में कई चौंकाने वाले दावे किए हैं। सुनील पाटिल ने बताया है कि क्रूज़ पर छापेमारी की जानकारी खुद बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय के करीबी नीरज यादव ने दी थी। वहीं छापेमारी से पहले जो लिस्ट उसके पास थी, उसमें बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान का नाम नहीं था। 

सुनील पाटिल ने विभिन्न मीडिया संस्थानों से बातचीत के दौरान यह दावा किया कि इस पूरे मामले में अब तक चुप्पी साधे रहने के लिए उसके ऊपर दबाव बनाया गया। इसके साथ ही इस मामले को दबाने के लिए मनीष भानुशाली ने उसका अपहरण तक कर लिया और दिल्ली के एक होटल में ले जाकर उसके साथ मारपीट भी की। 

आर्यन खान मामले में सुनील पाटिल ने कहा कि क्रूज़ पर होने वाली पार्टी की जानकारी भोपाल के रहने वाले नीरज यादव की ओर से दी गई थी। जो कि भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का करीबी है। सुनील पाटिल ने कहा कि क्रूज़ पार्टी से पहले उसके पास एक उन लोगों की लिस्ट आई थी, जिनके ऊपर एनसीबी दबिश डालने वाली थी। पूरे मामले में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान का नाम सामने आने के जब उसने लिस्ट देखी, उसमें आर्यन खान का नाम नहीं था। पाटिल ने बताया कि उस लिस्ट में मुनमुन धमेचा का नाम था। 

सुनील पाटिल ने दावा किया कि किरण गोसावी ने एनसीबी के दफ्तर में आर्यन खान के साथ सेल्फी लेकर उसे भेजा था। पाटिल ने बताया कि मनीष भानुशाली, सैम डिसूजा और किरण गोसावी ने आर्यन खान को हिरासत में लिए जाने के बाद पैसों की उगाही का खेल खेला। पाटिल ने कहा कि इस पूरे मामले में उसका कोई लेना देना नहीं है, उसकी भूमिका इतनी ही है कि उसने मनीष भानुशाली और सैम डिसूजा की आपस में मुलाकात कराई थी। 

सुनील पाटिल ने भाजपा नेता मोहित कंबोज द्वारा खुद को मास्टरमाइंड बताए जाने के दावों को खारिज करते हुए कहा कि वह इस मामले से पहले किरण गोसावी को जानता तक नहीं था। और न ही उसका एनसीपी के नेताओं से कोई संपर्क है। सुनील पाटिल ने बताया कि वह 2016 तक एनसीपी में जरूर था, लेकिन उसके बाद उसने राजनीति छोड़ दी थी। 

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सुनील पाटिल के खुलासे से पहले मोहित कंबोज ने नवाब मलिक पर निशाना साधने के लिए सुनील पाटिल का नाम लिया था। लेकिन अब सुनील पाटिल के सामने आने के बाद इस पूरे मामले ने अलग ही मोड़ ले लिया है। सुनील पाटिल से पहले सैम डिसूजा ने मीडिया संस्थानों से बात करते हुए कहा था कि उसने पैसों की उगाही का खेल नहीं खेला था। सैम डिसूजा ने यह दावा किया था कि किरण गोसावी ही आर्यन खान को छोड़ने के नाम पर शाहरुख खान से पैसे ऐंठना चाहता था, और उसने टोकन मनी के तौर पर 50 लाख रुपए की डिमांड की थी।