आतंकवादी संगठन अल कायदा की यूपी, गुजरात, दिल्ली सहित बड़े शहरों में आत्मघाती हमले की चेतावनी

भाजपा प्रवक्ता द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए विवादित बयान की जहां खाड़ी के कई देशों कड़ी निंदा की है वहीं आतंकवादी संगठन अल कायदा, तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान ने भारत से पैगंबर के अपमान का बदला लेने की धमकी दी है।

Updated: Jun 08, 2022, 03:24 AM IST

Courtesy : Hindustan Times
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नई दिल्ली। भाजपा प्रवक्ता द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर आतंकवादी संगठन अल कायदा ने भारत में आत्मघाती हमले की धमकी दी है। अल कायदा ने पैगंबर के अपमान का बदला लेने के लिए भारतीय शहरों में बम विस्फोट की चेतावनी दी है। अल कायदा ने अपने धमकी भरे पत्र में यूपी, गुजरात, दिल्ली, मुंबई में बम विस्फोट की चेतावनी दी है।

अल कायदा ने भारतीय मुसलमानों को पैगंबर के अपमान का बदला लेने की उकसाने का प्रयास भी किया है।

6 जून को एक धमकी भरे पत्र में, अल कायदा संगठन AQIS ने कहा कि वह "पैगंबर के सम्मान में लड़ने" के लिए दिल्ली, मुंबई, उत्तर प्रदेश और गुजरात में आत्मघाती हमले शुरू करेगा। इंटेलिजेंस एजेंसी ने सभी राज्यों को इस खतरे के विषय में सूचित कर दिया है और सभी राज्यों की पुलिस को सुरक्षा को लेकर हाई अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है।

"हम उन लोगों को मार देंगे जो हमारे पैगंबर का अपमान करते हैं और हम अपने शरीर और अपने बच्चों के शरीर के साथ विस्फोटक बांधेंगे ताकि उन लोगों के रैंक को उड़ा दिया जा सके जो हमारे पैगंबर का अपमान करने की हिम्मत करते हैं ... भगवा आतंकवादियों को अब दिल्ली में अपने अंत का इंतजार करना चाहिए, बॉम्बे, यूपी और गुजरात, उन्हें न अपने घरों में और न ही सेना की छावनीयों में शरण लेनी चाहिए।” पत्र में कहा गया है।

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इसके साथ ही पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान ने भी बयान जारी कर भारत में हमले की चेतावनी दी है।

गौरतलब है कि भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवादित बयान दिया गया था, जिसके बाद देश के कई शहरों में नुपुर शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई और उनकी गिरफ्तारी को लेकर विरोध प्रदर्शन आयोजित हुए। इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी ने भी बयान जारी कर भाजपा प्रवक्ता द्वारा दिए गए बयान की निंदा की थी।

खाड़ी के कई देशों ने भारतीय राजदूतों को समन कर इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया और विरोध जता चुके है। हालांकि भाजपा शासित केंद्र सरकार ने फ्रिंज एलीमेंट्स बताकर कर इन बयानों से किनारा कर लिया और विदेश मंत्रालय ने कहा कि ये भारत सरकार का आधिकारिक पक्ष नहीं है।