Weather Alert : नए साल के पहले दिन देश में जारी है सर्दी का सितम

देश में ठंड के तीखे तेवर बरकरार, दिल्ली में 14 साल का टूटा रिकार्ड 1.1 डिग्री तक लुढ़का पारा, राजस्थान के माउंट आबू में -4.4 और मध्यप्रदेश के दतिया में 3 डिग्री के साथ पड़ रही भीषण ठंड

Updated: Jan 02, 2021, 12:47 AM IST

Photo Courtesy: twitter
Photo Courtesy: twitter

देशभर में हाड़ कंपकपा देने वाली सर्दी पड़ रही है। दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश में सर्दी अपने पूरे शबाब पर है। कई जगहों पर पारा माइनस में चला गया है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों में मध्यप्रदेश और पंजाब में बारिश होने की चेतावनी जारी की है।

मध्यप्रदेश के कई जिलों में ओले गिरने की आशंका है। वहीं राजस्थान के 11 जिलों का तापमान पांच डिग्री से भी नीचे दर्ज किया गया है।कई स्थानों पर फसलों पर बर्फ जमी पाई गई। न्यू इयर इव पर हरियाणा के हिसार में 24 साल का रिकार्ड टूटा है। हिसार में 31 दिसंबर की रात सबसे सर्द रात रही। वहीं दिल्ली में 14 साल का सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया। शुक्रवार को दिन का तापमान 1.1 डिग्री रहा। दिल्ली में कोहरे की वजह से कई इलाकों में विजिबिलिटी शून्य रही।

 

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल, इंदौर, रीवा, ग्वालियर-चंबल, शहडोल, सागर समेत मध्यप्रदेश के ज्यादातर संभागों में भीषण ठंड पड़ रही है। कई जिलों में शीतलहर से लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश के 25 जिलों में रात के तापमान में गिरावट के साथ पारा 10 डिग्री से कम रिकॉर्ड किया गया।  

मौसम विभाग ने प्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग के साथ, धार, दतिया जिलों में शीतलहर के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। वहीं जबलपुर, बालाघाट, टीकमगढ़ और छतरपुर में शुक्रवार सुबह से ही कोहरा छाया रहा।

और पढ़ें: मध्य प्रदेश में 3 जनवरी को कैबिनेट विस्तार की ख़बर, क्या सिंधियों के क़रीबियों को मिलेगी जगह

वहीं गुरुवार रात में भोपाल में का तापमान 9.9 डिग्री रहा। ग्वालियर, धार, नरसिंहपुर, राजगढ़ और खजुराहो में सबसे ज्यादा ठंड के साथ कोल्ड डे रहा। मध्यप्रदेश में 2 जनवरी से मौसम में बदलाव होगा। भोपाल, उज्जैन, इंदौर समेत मालवा-निमाड़ के कई इलाकों में बारिश और ओले गिरने भी गिरने की संभावना है। वहीं दतिया में लगातार 10 वें दिन पारा 5 डिग्री से कम रहा। पचमढ़ी में तापमान 7 डिग्री रिकार्ड किया गया। आने वाले दिनों में बारिश और ओले गिरने से एक बार फिर तापमान में गिरावट का दौर शुरू होगा।