China Attack : ऑल पार्टी बैठक बनी सेलेक्टिव पार्टी बैठक

सर्वदलीय बैठक में आमंत्रण न मिलने पर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सांसदों ने गांधी प्रतिमा के समक्ष शांति पूर्ण प्रदर्शन किया

Publish: Jun 20, 2020, 08:24 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज चीन के मसले पर विभिन्न राजनीतिक दलों के अध्यक्षों से चर्चा की मगर जब तीन प्रमुख पार्टियों के नेताओं ने सवाल उठाए तो सरकार की यह ऑल पार्टी मीटिंंग सेलेक्टिव पार्टी मीटिंंग में तब्दील होती नज़र आ रही है। इस बैठक में देश के तीन प्रमुख राजनीतिक दलों को न्योता नहीं भेजा गया। आरजेडी, आप और असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम को भी न्योता नहीं दिया गया है।

आरजेडी सांसदों का शान्तिपूर्ण प्रदर्शन, ओवैसी ने आपत्ति जताई

ऑल पार्टी मीटिंग के लिए न्‍योता देते समय 4 क्राइटेरिया तय किए गए थे। इसके तहत सभी नेशनल पार्टी, लोकसभा में 5 सांसदों वाली पार्टी, नॉर्थ-ईस्ट की प्रमुख पार्टियां तथा जिन पार्टियों के नेता केंद्रीय कैबिनेट में शामिल हैं उन्‍हें बैठक में बुलाया गया है। सर्वदलीय बैठक में आमंत्रण न मिलने पर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सांसदों ने इसके विरोध में शांति पूर्ण प्रदर्शन किया है। राजद के 5 में से 4 सांसदों ने संसद में गांधी प्रतिमा के सामने शांति पूर्ण प्रदर्शन किया। गौरतलब है कि सर्वदलीय बैठक में पांच सांसदों वाली पार्टी के अध्यक्ष शामिल हो सकते थे। आरजेडी के पास भी पांच संसद हैं। लेकिन बावजूद इसके आरजेडी को सर्वदलीय बैठक में निमंत्रण नहीं मिलने से आरजेडी ने कड़ी आपत्ति जताई है। मीडिया से बातचीत के दौरान प्रदर्शन कर रहे राज्यसभा सांसद मनोज झा ने केंद्र सरकार के इस रवैए को दुर्भाग्यपूर्ण और राजनीति से प्रेरित बताया।

उधर एआईएमआईएम के मुखिया ओवैसी ने भी प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर सर्वदलीय बैठक में न बुलाए जाने को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई। ओवैसी ने पत्र में इस बात का उल्लेख किया कि चीन मसले को सबसे पहले और सबसे ज़्यादा बार उन्होंने ही उठाया है।इसलिए मोदी की सर्वदलीय बैठक में आमंत्रित न किए जाने को लेकर ओवैसी ने अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि ' चीन मसले पर हम देश और सेना के साथ हैं। चीन को सबक सिखाना बेहद ज़रूरी है।