अमेरिका में एक और बैंक डूबा, अमेरिकी रेगुलेटर्स ने फर्स्ट रिपब्लिक बैंक को किया सीज़

अमेरिका के फर्स्ट रिपब्लिक बैंक को रेगुलेटर्स ने अपने नियंत्रण में ले लिया है। बैंक को डूबने से बचाने की सभी कोशिशों के नाकाम रहने के बाद रेगुलेटर्स ने यह कदम उठाया है। अब इस बैंक को जेपी मॉर्गन चेस एंड कंपनी को बेचा जाएगा।

Updated: May 01, 2023, 05:35 PM IST

बैंकिंग संकट से जूझ रहे अमेरिका में एक और बैंक के डूबने की खबर सामने आई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक 
अमेरिका के फर्स्ट रिपब्लिक बैंक को रेगुलेटर्स ने अपने नियंत्रण में ले लिया है। बैंक को डूबने से बचाने की सभी कोशिशों के नाकाम रहने के बाद रेगुलेटर्स ने यह कदम उठाया है। यह पिछले दो महीने में अमेरिका में तीसरा बैंक है, जो डूब गया है। 

जानकारी के मुताबिक, अब इस बैंक को जेपी मॉर्गन चेस एंड कंपनी को बेचा जाएगा। कैलिफोर्निया के डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल प्रोटेक्शन एंड इनोवेशन (DFPI) ने एक बयान में कहा, "जेपी मॉर्गन, फर्स्ट रिपब्लिक की लगभग सभी संपत्तियों और जमा राशि की जिम्मेदार लेगा। इसमें वो जमा राशि भी शामिल हैं, जिनका बीमा नहीं हैं।"

जेपी मॉर्गन की ओर से जारी किए बयान में कहा गया है कि उसके द्वारा फर्स्ट रिपब्लिक बैंक के 173 अरब डॉलर के लोन पोर्टफोलियो और 30 अरब डॉलर की सिक्योरिटी के साथ 92 अरब डॉलर के बैंक डिपाजिट का अधिग्रहण कर लिया गया है। सोमवार को अमेरिका के 8 राज्यों में स्थित फर्स्ट रिपब्लिक बैंक की 84 ब्रांच जेपीमॉर्गन चेस बैंक के रूप में खुली।

फर्स्ट रिपब्लिक बैंक का फोकस केवल अमीर लोगों पर था और इसका बिजनेस मॉडल भी मार्च में डूब चुके सिलिकॉन वैली बैंक जैसा था। एक महीने में ही उसी मॉडल पर चल रहे अब फर्स्ट रिपालब्लिक बैंक भी डूब गया। अमेरिकी नियामकों की ओर से सिलिकॉन वैली बैंक के डूबने के बाद फर्स्ट रिपब्लिक बैंक को 11 बड़े अमेरिकी बैंकों ने मिलकर 30 अरब डॉलर की सहायता दी थी। बावजूद बैंक को डूबने से बचाया नहीं जा सका।

अमेरिका के इतिहास में फर्स्ट रिपब्लिक बैंक दूसरा बड़ा बैंक है जिसकी संपत्ति 233 बिलियन डॉलर है और वह फेल हो गया। इसके पहले 2008 में लेहमन ब्रदर्स बैंक दिवालिया हो गया था।