जेपी हॉस्पिटल में स्वास्थ्य मंत्री को संविदा कर्मियों ने घेरा, गाड़ी बदलकर उल्टे पांव भागे मंत्री प्रभुराम चौधरी

जेपी हॉस्पिटल में व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने पहुंचे थे स्वास्थ्य मंत्री प्रभूराम चौधरी, संविदा कर्मचारियों ने घेरकर शुरू की नारेबाजी, पुलिस की मदद से गाड़ी बदलकर भागे चौधरी

Updated: Dec 24, 2022, 11:57 AM IST

भोपाल। राजधानी भोपाल में पिछले 10 दिनों से धरना पर बैठे संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का आज प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी पर गुस्सा फूट पड़ा। संविदा कर्मियों ने जेपी अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री को घेर लिया। मामला बिगड़ने के बाद स्वास्थ्य मंत्री को पुलिस की मदद से गाड़ी बदलकर भागना पड़ा।

दरअसल, स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी शनिवार को जेपी अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे थे। यहां धरने पर पर बैठे संविदाकर्मियों ने उन्हें घेर लिया। स्वास्थ्य मंत्री इस दौरान कार में बैठे-बैठे प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों की मांग सुन रहे थे। जबकि कर्मचारी कार से उतरकर बात करने की मांग कर रहे थे। लेकिन मंत्री कार से नहीं उतरे। इससे संविदा कर्मचारी नाराज हो गए और उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। 

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स्वास्थ्य मंत्री के संविदा कर्मचारियों की बीच घिरने की सूचना पर तत्काल वहां भारी संख्या में पुलिस पहुंची। पुलिस की मदद से मंत्री चौधरी दूसरी कार में बैठकर वहां से किसी तरह भागे। इस दौरान संविदा कर्मियों ने मंत्री प्रभुराम चौधरी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बताया जा रहा है कि इस घटना को लेकर मंत्री चौधरी बेहद नाराज हैं और उन्होंने पुलिसकर्मियों को भी खरी-खोटी सुनाई है।

स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर पुलिस ने करीब डेढ़ दर्जन प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया है। सभी को हबीबगंज थाने लाया गया है। इतना ही नहीं आनन फानन में प्रशासन ने जेसीबी की मदद से धरनास्थल पर मिट्टी भर दिया, ताकि आगे से कोई वहां प्रदर्शन नहीं कर सके।

उधर हबीबगंज थाने के बाहर भारी संख्या में एनएसयूआई मेडिकल विंग के कार्यकर्ता जमा हो गए हैं। एनएसयूआई मेडिकल विंग के संयोजक रवि परमार ने कहा कि, 'शिवराज सरकार तानाशाही पर उतर आई है। अपनी जायज मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे संविदाकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया। सरकार सुन ले... ये धरना रुकने वाला नहीं है। जरूरत पड़ने पर संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के साथ हम सीएम हाउस का भी घेराव करेंगे।'