दुष्कर्म के आरोपी ADRM के समर्थन में उतरीं सांसद प्रज्ञा ठाकुर, पीड़ित महिला को ही बताया कसूरवार

भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि महिला ने पहले लोभ में आकर खुद को समर्पित कर दिया और अब दुष्कर्म का आरोप लगा रही है, यह गलत है, पुरुष को पुरुष होने की सजा नहीं मिलनी चाहिए

Updated: May 22, 2022, 09:48 AM IST

भोपाल। भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर अक्सर अपने बड़बोलेपन को लेकर सुर्खियों में रहती हैं। इस बार फिर प्रज्ञा ठाकुर ने बेहद आपत्तिजनक बातें कही है। बीजेपी सांसद ने दुष्कर्म के आरोपी एक रेलवे अधिकारी का समर्थन करते हुए कहा है कि उन्हें पुरुष होने की सजा नहीं मिलना चाहिए। इतना ही नहीं प्रज्ञा ठाकुर ने खुले तौर पर पीड़ित महिला को ही उसके साथ हुए शोषण के लिए कसूरवार ठहराया है।

जानकारी के मुताबिक शनिवार को सांसद प्रज्ञा ठाकुर भोपाल में आयोजित ट्रेन कंट्रोलरों के अधिवेशन में शामिल होने पहुंची थीं। यहां मंच से बोलते प्रज्ञा ने एडीआरएम गौरव सिंह पर दर्ज दुष्‍कर्म प्रकरण का जिक्र छेड़ दिया। उन्होंने इस दौरान कहा कि, 'किसी भी पुरुष को, पुरुष होने की सजा नहीं मिलनी चाहिए। लोभ व लालच में आकर महिला ने खुद को एक से डेढ़ वर्ष तक समर्पित कर दिया। फिर दुष्कर्म का आरोप लगा रही है, यह गलत है।'

प्रज्ञा ठाकुर यहीं नहीं रुकीं उन्होंने आगे कहा कि, 'इसमें कहीं न कहीं महिला की भी सहमति और गलती थी। उसे ऐसा नहीं करना था। जो कुछ हुआ उससे रेलवे की छवि धूमिल हुई है। जिस संस्था में हम काम करते हैं, उसके साथ हमें ऐसा नहीं करना चाहिए। उसके सम्मान का ध्यान रखना चाहिए। हम जिस संस्था में काम करते हैं वह हमारी माता के सामान होती है। जब हम स्नेह रखकर अपनी संस्था के लिए काम करते हैं तो हमें भी उसका स्नेह उतना ही मिलता है। ऐसी मां बदनाम न हो, इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए।'

सांसद ने कहा कि महिलाओं के साथ कोई भी अन्याय करता है तो संबंधित महिलाएं मुझे बता सकती हैं। पूरी मदद करेंगे। यदि मुझे नहीं बता सकती, तो भोपाल में और भी जनप्रतिनिधि हैं, इन्हें भी न बताना हो तो अपने घर, परिवार या विभाग के मुखिया को बताएं। महिला रेलकर्मी पुलिस में शिकायत कर सकती थी या हम भी भोपाल में ही रहते हैं, हमें भी बताया जा सकता था लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।

बता दें कि बीते दिनों एक महिला रेलकर्मी ने हाथ की नस काटते हुए खुदकुशी की कोशिश की थी। पूछताछ में पता चला कि एडीआरएम महिला का यौन शौषण करता था। इसी वजह से परेशान होकर वह आत्महत्या करना चाहती थी। महिला की शिकायत पर पुलिस ने एडीआरएम गौरव सिंह पर दुष्कर्म का केस भी दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। रेलवे ने आरोपी अधिकारी का भोपाल रेल मंडल से चेन्नई तबादला कर दिया है।