ऐसी विधायकी मुझे नहीं करनी, FIR दर्ज कराने धरने पर बैठे BJP विधायक ने दिया इस्तीफा
मध्य प्रदेश में मऊगंज से भाजपा विधायक के पुलिस अधिकारी के सामने दंडवत होने का मामला अभी थमा भी नहीं था कि सागर जिले के देवरी से भाजपा विधायक बृजबिहारी पटेरिया ने गुस्से में आकर विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफा भेज दिया।

भोपाल। मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार अपनों से ही घिर गई है। प्रदेश में बदहाल कानून व्यवस्था को लेकर अब भाजपा विधायकों का गुस्सा भी फूटने लगा है। मऊगंज से भाजपा विधायक के पुलिस अधिकारी के सामने दंडवत होने का मामला अभी थमा भी नहीं था कि सागर जिले के देवरी से भाजपा विधायक बृजबिहारी पटेरिया ने गुस्से में आकर विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफा भेज दिया।
बताया जा रहा है कि सागर के देवरी से भाजपा के कद्दावर विधायक बृजबिहारी पटेरिया गुरुवार शाम को किसी पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए थाने में धरने पर बैठ गए थे। जब पुलिस अधिकारियों ने उनकी नहीं सुनी तो तैश में आकर उन्होंने लेटर हेड मंगवाया और वहीं से अपना इस्तीफा लिखकर विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया।
बृजबिहारी पटेरिया के विधानसभा क्षेत्र में गौरझामर व केसली थाना आता है। केसली थाना क्षेत्र में वे किसी पीड़ित की तरफ से एफआईआर कराना चाह रहे थे। सूत्र बताते हैं कि पहले उन्होंने फोन पर भी केसली थाना प्रभारी से बात की थी। बावजूद इसके जब पीड़ित की सुनवाई नहीं हुई तो वे खुद उसके साथ थाने पहुंच गए। यहां पर उनके कहने के बाद भी पुलिस अधिकारियों व अमले ने एफआईआर नहीं लिखी तो उनका पारा चढ़ गया।
वे थाने से बाहर निकले और सीढ़ियों पर धरने पर बैठ गए। करीब घंटे भर बाद भी जब पुलिस ने सुनवाई नहीं की तो उन्होंने गाड़ी से लेटर हैड बुलाया और पेन से उस पर इस्तीफा की इबारत लिखकर विधानसभा अध्यक्ष को भिजवा दिया। पटेरिया के नजदीकी लोगों के अनुसार उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को व्हाट्सएप पर भी यह भेजा है।
इस मसले पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक गोपाल भार्गव का बयान सामने आया है। गोपाल भार्गव ने कहा कि उन्होंने पटेरिया से दूरभाष पर चर्चा की है। उन्हें जो बताया गया उसे सुनकर वह स्तब्ध हैं और सोच में पड़ गए हैं।