क्या स्क्रिप्टेड था खरगोन दंगा, कपिल मिश्रा की मौजूदगी से उठे सवाल, कांग्रेस ने बनाई जांच कमेटी

कर्नाटक और राजस्थान के बाद अब मध्य प्रदेश में साम्प्रदायिक तनाव, तीनों राज्यों में अगले साल होने हैं चुनाव, एमपी कांग्रेस ने खरगोन दंगों की जांच के लिए गठित की टीम, कांग्रेस पता करेगी कि कहीं सुनियोजित तरीके से तो नहीं भड़काए गए दंगे

Updated: Apr 11, 2022, 11:42 AM IST

खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी पर हुए साम्प्रदायिक हिंसा को लेकर प्रदेश की सियासत गर्म है। सत्तारूढ़ दल के मंत्री, विधायक एवं अन्य नेता इशारों में एक समुदाय विशेष को टारगेट कर रहे हैं। हिंसा के वक़्त खरगोन में दिल्ली दंगों के कथित आरोपी व भाजपा नेता कपिल मिश्रा की मौजूदगी भी सवालों के घेरे में है। इसी बीच कांग्रेस ने ऐलान किया है कि पार्टी अपने स्तर पर इस पूरे घटना की तहकीकात करेगी।

दरअसल, कर्नाटक, राजस्थान के बाद मध्य प्रदेश तीसरा राज्य है, जहां अगले साल चुनाव होने हैं और अचानक से साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ा जा रहा है। कई लोग इस बात की आशंका जता रहे हैं कि खरगोन दंगे की पटकथा अगले साल चुनाव के मद्देनजर लिखी गई। दावा किया जा रहा है कि संगठन विशेष से जुड़े लोगों ने धार्मिक ध्रुवीकरण के मकसद से विवाद को तूल दिया और दंगा भड़काया गया। 

बीजेपी नेताओं के ट्वीट्स भी इन दावों को हवा दे रहे हैं। दंगा शुरू होने के थोड़ी देर बाद बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा एक समुदाय विशेष टारगेट करते हुए लिखते हैं कि, 'बुलडोज़र मामा के राज में इतनी हिमाक़त एक एक पत्थर का हिसाब होगा। आगज़नी की वसूली भी होगी। अब सोचो कितने पंचर जोड़ने पड़ेंगे।' जब खरगोन में अल्पसंख्यकों के घर तोड़े जाने का वीडियो पोस्ट कर शर्मा एक ट्वीट में लिखते हैं कि जब तक तोड़ेंगे नहीं, तबतक छोड़ेंगे नहीं।

बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने लिखा है कि, 'दो पक्ष भिड़े। दो पक्षों में संघर्ष। बंद करिए यह नौटंकी। इसमें सीधे एक पक्ष का षडयंत्र पूर्वक हमला दिखाई दे रहा है।'

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा कहते हैं कि ये टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोग हैं। पांच राज्यों के चुनाव परिणामों से आहत लोग चिंगारी लगाने का काम कर रहे हैं। यही देश की, प्रदेश की शांति बिगाड़ना चाहते हैं लेकिन सरकार ऐसे लोगों के मंसूबे कभी पूरे नहीं होने देगी। गृहमंत्री ने यह भी कहा कि दंगाइयों के घर तोड़े जाएंगे। मिश्रा के बयान के कुछ ही देर बाद खरगोन के गली-मोहल्लों में पांच बुलडोजर उतारे गए।

बताया जा रहा है कि अबतक तीन दर्जन से ज्यादा घरों पर बुलडोजर चलाए गए हैं। जबकि 80 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उधर दिल्ली दंगों के कथित आरोपी कपिल मिश्रा ने अपने बचाव में कहा है कि जहां हिंसा हुई वे वहां पर नहीं थे। बता दें कि कपिल मिश्रा ने शोभा यात्रा शुरू होने से पहले भड़काऊ ट्वीट्स भी किए थे। उन्होंने अपनी तस्वीरें डालकर लिखा था कि "ना मूसा ना बुरहान, बस जय जय श्री राम"

यह भी पढ़ें: MP: रामनवमी जुलूस के दौरान हिंसा, BJP नेता कपिल मिश्रा भी थे मौजूद, मस्जिद के बाहर डीजे बजाने से पनपा विवाद

बहरहाल, कांग्रेस ने अब इस मामले की पूरी सच्चाई पता लगाने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी गठित की है। इस कमेटी के अध्यक्ष पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा को बनाया गया है, जबकि मुकेश नायक, बाला बच्चन,गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी और शेख अलीम इसके सदस्य हैं।