MP में पुराने पेंशन का मुद्दा गर्माया, भोपाल कूच करेंगे प्रदेशभर के कर्मचारी, 13 मार्च को देंगे धरना

कांग्रेस लगातार कर रही है पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने की मांग, राजधानी भोपाल में बड़ा आंदोलन करेंगे प्रदेशभर के कर्मचारी, राजस्थान सरकार ने पुरानी पेंशन योजना को किया है लागू

Updated: Mar 08, 2022, 07:40 AM IST

Representative Image, Courtesy: Business standard
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भोपाल। मध्य प्रदेश में पुरानी पेंशन का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस द्वारा पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने की मांग के बाद अब कर्मचारियों ने भी मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है। प्रदेशभर के सरकारी कर्मचारी भोपाल कूच करने की तैयारी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि 13 मार्च को राजधानी भोपाल में कर्मचारियों का बड़ा आंदोलन होगा।

दरअसल, राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने फरवरी में पुरानी पेंशन योजना बहाल कर दी है। गहलोत सरकार के इस ऐलान के बाद अब देश भर के सरकारी कर्मचारियों में पेंशन की उम्मीद जग गई है। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने राजस्थान के तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी यह व्यवस्था लागू करने की मांग की है। कांग्रेस की विधानसभा में सरकार को घेरने की तैयारी है।

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उधर कर्मचारियों ने सड़क पर सरकार के खिलाफ मोर्चा निकालने का ऐलान किया है। कर्मचारी संगठन बीते दिनों जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन और रैली निकालकर सीएम के नाम ज्ञापन भी सौंप चुके हैं। अब प्रदेश स्तरीय धरना प्रदर्शन किया जाएगा। आगामी 13 मार्च को भोपाल स्थित कलियासोत ग्राउंड पर प्रदेशभर के कर्मचारी धरना देंगे।

पुरानी पेंशन बहाली संघ के प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौहान के मुताबिक 1 जनवरी 2005 या उसके बाद नियुक्त हजारों कर्मचारी आगामी 13 मार्च को कलियासोत ग्राउंड पर प्रदर्शन कर पुरानी पेंशन बहाली की मांग करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा जाएगा। 

चौहान ने बताया की सरकार ने 1 जनवरी 2005 से प्रदेश में नियुक्त होने वाले कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था बंद कर नई पेंशन योजना लागू की थी। जिसके तहत कर्मचारियों के रिटायरमेंट पर प्रतिमाह मात्र 800 से 1 हजार रुपए तक ही पेंशन प्राप्त हो रहा है। जिससे बुढ़ापे में कर्मचारियों के लिए आजीविका चलाना मुश्किल हो गया है।