पागल कुत्ते ने भैंस को काटा, एंटी रैबीज लेने अस्पताल पहुंचे सैंकड़ों लोग, भोज के रायते से मचा हड़कंप

पागल कुत्ते के काटने से भैंस की मौत, मरने से पहले भैंस के दूध से रायता बनाया गया था और गांव में एक मृत्युभोज के दौरान ये रायता सैकड़ों लोगों ने खाया था, अब लोग इंजेक्शन लेने के लिए लाइन में लगे हैं

Updated: Mar 25, 2022, 01:25 PM IST

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक गांव के लोग भोज का रायता खाने के बाद अस्पताल के बाहर लाइन में खड़े हैं। सभी एंटी रैबीज इंजेक्शन की मांग कर रहे हैं। लेकिन, इनमें से किसी एक को भी कुत्ते ने नहीं काटा है।

मामला ग्वालियर के डबरा तहसील अंतर्गत चांदपुरा गांव की है। यहां पागल कुत्ते के काटने से एक भैंस की मौत हो गई। उसी भैंस के दूध से रायता बना था जिसे गांव में एक मृत्युभोज के दौरान सैकड़ों लोगों ने खाया था। अब ग्रामीण आशंकित हैं कि कहीं उनके शरीर में जहर न फैल जाए।

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ग्रामीणों के मुताबिक भैंस को गांव के एक पागल कुत्ते ने कुछ दिन पहले काटा था, जिसके बाद भैंस के बछड़े ने उसका दूध पिया फिर उसकी मौत हो गई। हालांकि, इस दौरान किसी ने ध्यान नहीं दिया। लेकिन कुछ दिन बाद भैंस की भी मौत हो गई। तब भैंस मालिक का इसपर ध्यान गया कि कुत्ते के काटने की वजह से भैंस के शरीर में जहर फैला है।

ग्रामीण बता रहे हैं कि भैंस के दूध से बने छाछ को गांव में तेरहवीं के भोज में भैंस मालिक ने दे दिया। इधर छाछ से रायता बना और उधर भैंस की मौत हो गई। लोगों को रायता खाने बाद पता चला कि उन्होंने जिस भैंस के दूध का रायता खाया है उसकी मौत पागल कुत्ते के काटने से हुई है तो सभी डर गए।

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इसके बाद ग्रामीण सीधे सिविल अस्पताल एंटी रैबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए पहुंच गए। चूंकि मृत्यु भोज में चांदपुर व आसपास के गांववासी भी शामिल हुए थे, इसलिए अस्पताल में खासी भीड़ जमा हो गई और इंजेक्शन भी कम पड़ गया। डॉक्टरों ने कुछ लोगों को इंजेक्शन दिया है और बाकियों को अगले दिन बुलाया है। उधर मृत्युभाेज में खाना खाने वाले लोग भैंस मालिक को भला बुरा कह रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब भैंस को पागल कुत्ते ने काट लिया था तो उसके दूध का छाछ देने की जरूरत ही नहीं थी।