MP Election 2023: चुनाव पूर्व BJP को एक और बड़ा झटका, पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह ने दिया इस्तीफा

रिटायर्ड आईपीएस और पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह ने BJP से इस्तीफा दे दिया है। वे टिकट वितरण से नाराज थे। उनके बेटे मुरैना सीट से बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।

Updated: Oct 23, 2023, 01:20 PM IST

भोपाल। चुनाव से पहले मध्य प्रदेश बीजेपी में भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। टिकट वितरण से नाराज होकर एक के बाद एक बड़े नेता पार्टी छोड़ रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार को सत्ताधारी दल को बड़ा झटका लगा है। रिटायर्ड आईपीएस और पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। रुस्तम सिंह के इस्तीफे के बाद चंबल क्षेत्र में भाजपा की मुश्किलें बढ़ गई है।

रुस्तम सिंह बीजेपी सरकार में खेल ,स्वास्थ्य, खाद्य, पंचायत व ग्रामीण विकास जैसे महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रहे हैं। पार्टी ने उन्हें वर्ष 2003 से 2018 तक चार बार मुरैना विधानसभा से टिकट दिया था। उन्होंने साल 2003 और 2013 में जीते दर्ज की थी। जबकि वर्ष 2008 और वर्ष 2018 का चुनाव हार गए थे।विधानसभा का टिकट न मिलने से रुस्तम सिंह व उनके पुत्र राकेश नाराज थे। सोमवार को उन्होंने पार्टी अध्यक्ष वीडी शर्मा को अपना इस्तीफा पत्र भेज दिया।

दो दिन पहले ही पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह के पुत्र राकेश सिंह बसपा में शामिल हुए थे। बसपा ने उन्हें मुरैना विधानसभा से चुनावी मैदान में उतारा है। इस्तीफे के बाद राकेश सिंह ने भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि, 'सीएम तथा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के कहने पर जिपं अध्यक्ष जैसा बड़ा पद छोड़ दिया, लेकिन भाजपा ने मुझे क्या दिया। विधानसभा चुनाव सर्वे में पहले नंबर पर आने के बाद भी मेरे पिताजी का टिकट काट दिया। मेरे पिताजी को मुरैना की जनता ने भरपूर आशीर्वाद दिया है। इसी भरोसे व आशीर्वाद के दम पर मैं बसपा से चुनाव लड़ूंगा।'

यह भी पढ़ें: MP Election: टिकट घोषणा के बाद बगावत रोकना BJP के लिए बड़ी चुनौती, 22 सीटों पर दावेदारों ने खोला मोर्चा

राकेश रुस्तम ने सोमवार को मुरैना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा, 'आज तक मुझसे जो बना, बीजेपी के लिए किया। मुरैना की जनता ने मेरे पिताजी पर भरोसा जताते हुए दो बार विधायक चुना है। पिताजी ने भी जनता के भरोसे को कायम रखते हुए मुरैना का विकास कराया। आज हम विकास के मुद्दे पर बात करें तो नाला नंबर दो की बात हो या, 600 बिस्तर वाले सरकारी जिला अस्पताल की, सब मेरे पिताजी की देन है।'