MP विधानसभा में धरना प्रदर्शन पर रोक लगाने की तैयारी, नेता प्रतिपक्ष बोले- लोकतंत्र समाप्त करने पर तुली BJP

संसदीय कार्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने दिए विधानसभा परिसर में धरना प्रदर्शन पर रोक लगाने के संकेत, कहा- यह परिसर चर्चा के लिए हैं, जहां बाहुबल नहीं, बुद्धि कौशल का प्रदर्शन होना चाहिए

Updated: Jul 19, 2022, 01:27 PM IST

भोपाल। देश की संसद में धरना, प्रदर्शन और उपवास को प्रतिबंधित कर केंद्र की मोदी सरकार चौतरफा घिरी हुई है। इसी बीच बीजेपी शासित मध्य प्रदेश की सरकार ने भी ऐसे संकेत दिए हैं कि विधानसभा में प्रदर्शनों पर बैन लगाया जाएगा। हालांकि, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने इस तरह के प्रयासों की तीखी आलोचना की है। सिंह ने कहा है कि सरकार लोकतंत्र को खत्म करने पर तुली हुई है।

दरअसल, राज्य के संसदीय कार्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा संसद भवन में लगे नए प्रतिबंध की तारीफ करते हुए  मध्यप्र देश विधानसभा में ऐसी व्यवस्था लागू करने के संकेत दिए हैं। उन्होंने तर्क देते हुए कहा कि विधानसभा और संसद जैसे परिसर चर्चा के लिए हैं, जहां बाहुबल नहीं, बुद्धि कौशल का प्रदर्शन होना चाहिए। संसद के धरना प्रदर्शन पर रोक लगाने वाला प्रस्ताव अच्छा है, इसका पूरा अध्ययन अभी होना है। यह फ्लोर संवाद और चर्चा के लिए मिला है यहां चर्चा होनी चाहिए।'

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नरोत्तम के इस बयान पर विपक्षी दल कांग्रेस ने आपत्ति जताई है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि बीजेपी चीन और जर्मनी जैसा कानून लागू करना चाहती है, जिसमें कोई सरकार के खिलाफ आवाज न उठा सके। भारतीय संविधान में सभी को आवाज उठाने का हक है।

बता दें कि संसद भवन की तरह ही मध्य प्रदेश विधानसभा में भी सत्तापक्ष द्वारा लोकहित के मुद्दों की अनदेखी किए जाने पर विपक्ष महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना, प्रदर्शन करता है। सदन के भीतर और परिसर में सत्ता विरोधी नारेबाजी भी होती ह। विपक्ष इसे अपना लोकतांत्रिक अधिकार मानता है।