भारत जोड़ो यात्रा की पहली वर्षगांठ पर भोपाल में पदयात्रा, दिग्विजय सिंह बोले- नफरत के खिलाफ आवाज उठाएं

कांग्रेस की ऐतिहासिक भारत जोड़ो यात्रा पिछले साल आज ही के दिन कन्याकुमारी से शुरू हुई थी, पहली वर्षगांठ के मौके पर भोपाल में भारत जोड़ो पदयात्रा निकाली गई, जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह भी शामिल हुए।

Updated: Sep 07, 2023, 08:28 PM IST

भोपाल। चार हजार किलोमीटर की भारत जोड़ो यात्रा पिछले साल आज ही के दिन (7 सितंबर 2022) कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक करीब चार हजार किलोमीटर तय करने वाली इस यात्रा के आयोजन की जिम्मेदारी मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को सौंपी गई थी। गुरुवार को यात्रा की पहली वर्षगांठ पर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पदयात्रा निकाली गई जिसमें राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह भी शामिल हुए।

भारत जोड़ो यात्रा की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर कांग्रेस द्वारा भोपाल के पंचशील नगर से पदयात्रा शुरू की गई। पदयात्रा का समापन देर शाम आंबडेकर नगर में किया गया। इस दौरान पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के अलावा स्थानीय विधायक पीसी शर्मा और हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।

दिग्विजय सिंह ने यहां पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि नफरत के खिलाफ राहुल गांधी के कदम उठे थे। इन कदमों को बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है। राहुल गांधी के संदेश को घर-घर तक पहुंचाएं। नफरत के खिलाफ आवाज उठाएं। भारत अनेकता में एकता का देश है। यह अनेक संप्रदाय जातियां और भाषाओं का देश है। विविधता में एकता हमारी पहचान है। किसी भी धर्म का विरोध मत कीजिए। नफरत का माहौल मत फैलाइए। हम पहले हिंदुस्तानी हैं। 

दिग्विजय सिंह ने आगे कहा, 'हम सब मिलकर देश में फैली नफरत की आग को बुझाएंगे। राहुल गांधी के मोहब्बत संदेश को फैलाने में दिक्कत भी आएगी। परेशानियों का भी सामना करना पड़ेगा। नफरत के सौदागर आपको परेशान करेंगे, लेकिन हमें एक रहकर आगे बढ़ना है।' बता दें कि राहुल गांधी ने पिछले साल 7 सितंबर को कन्याकुमारी से भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी। 145 दिन तक चली 4000 किमी लंबी इस यात्रा का समापन 30 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में हुआ था।

श्रीनगर में यात्रा के समापन के मौके पर शेर ए कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में राहुल ने कहा था- मैंने यह यात्रा अपने लिए या कांग्रेस के लिए नहीं बल्कि देश की जनता के लिए की है। हमारा उद्देश्य उस विचारधारा के खिलाफ खड़ा होना है जो इस देश की नींव को नष्ट करना चाहती है। इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने 12 सार्वजनिक सभाओं को संबोधित किया था, वहीं 100 से ज्यादा बैठकें और 13 प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी हिस्सा लिया। उन्होंने चलते हुए 275 से ज्यादा चर्चाओं में हिस्सा लिया, जबकि कहीं रुक कर 100 के करीब चर्चाएं की थी।