MP में कड़ाके की ठंड, सीहोर में 3.5 डिग्री पहुंचा न्यूनतम तापमान, फसलों पर पाला पड़ने का खतरा

मौसम विभाग, भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि उत्तर भारत में बर्फबारी होने से सर्द हवाएं प्रदेश में आ रही हैं। इस वजह से ज्यादातर हिस्सों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है।

Updated: Dec 12, 2024, 02:56 PM IST

सीहोर। मध्य प्रदेश में 3 दिन से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। आज गुरुवार को प्रदेश के 33 जिलों में कोल्ड वेव यानी शीत लहर का अलर्ट है। भोपाल, इंदौर समेत 21 जिलों में कोल्ड डे यानी दिन भी ठंडा रहेगा। बढ़ती ठंड के चलते भोपाल और इंदौर में स्कूलों की टाइमिंग बदल दी गई है। 8वीं तक क्लासेस 9 बजे से लगेंगी। उधर, सीहोर में न्यूनतम तापमान गिरकर 3.5 डिग्री तक पहुंच गया है।

सीहोर में तापमान में अत्यधिक गिरावट दर्ज होने और हवाओं की रफ्तार सामान्य से तेज होने के कारण फसलों पर ओस की बूंदे जम गई। इससे फसलों पर पाला पड़ने का खतरा है। सीहोर जिले में आज लगातार तीसरे दिन तापमान 7 डिग्री सेल्सियस से नीचे बना हुआ है। हवाओं की रफ्तार सामान्य से अधिक चल रही है, जिसके कारण लोगों का सामना कड़ाके की ठिठुरन भरी ठंड से हो रहा है। गुरुवार सुबह जिले के खेतों में ओस की बूंदे जम गई।

जिले के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुधीर कुमार डेहरिया ने शीतघात और शीतलहर को लेकर पर्याप्त सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने बताया कि शीतऋतु में वातावरण का तापमान अत्यधिक कम होने पर शीत लहर का चलना प्रारंभ हो जाता है।

जिसके कारण मानव स्वास्थ्य पर अनेक विपरीत प्रभाव जैसे सर्दी जुकाम, बुखार, निमोनिया, त्वचा रोग, फेफड़ों में संक्रमण, हाईपोथर्मिया, अस्थमा, एलर्जी होने की आशंका बनी रहती है। प्रभावी शीत लहर से बचने के लिए गर्म एवं ऐसे कपड़े जिनमें कपड़ों की कई परतें होती है वह शीत लहर से बचाव के लिए अत्यधिक प्रभावी होते हैं।

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मौसम विभाग, भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि उत्तर भारत में बर्फबारी होने से सर्द हवाएं प्रदेश में आ रही हैं। इस वजह से ज्यादातर हिस्सों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है।