शाजापुर में स्ट्रीट डॉग्स का आतंक, 15 लोग पहुंचे अस्पताल

शाजापुर में स्ट्रीट डॉग्स के बधियाकरण के बावजूद इनकी हिंसक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।

Updated: Nov 24, 2024, 12:30 PM IST

शाजापुर| शहर में स्ट्रीट डॉग्स के बधियाकरण के बावजूद इनकी हिंसक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। शनिवार को शहर के विभिन्न इलाकों से 15 लोग जिला अस्पताल पहुंचे, जिन्हें इन कुत्तों ने काटा था। पीड़ितों में महिलाएं, पुरुष और बच्चे शामिल हैं।

 

वजीरपुरा निवासी भगवती बाई ने बताया कि वह मंदिर दर्शन के लिए गई थीं। लौटते समय वजीरपुरा इलाके में अचानक एक कुत्ते ने उन पर हमला कर दिया। भगवती बाई ने बताया कि डर के कारण वह नीचे गिर पड़ीं, और कुत्ते ने गले और पैर में काट लिया। उनके अनुसार, यदि समय पर कुछ लोग वहां नहीं पहुंचते, तो गंभीर हादसा हो सकता था।

 

महूपुरा निवासी कैलाश सेन ने भी ऐसी ही घटना का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि उनके घर के पास एक आवारा कुत्ता काफी समय से लोगों पर हमला कर रहा था। दो दिन पहले इस कुत्ते ने उन पर भी हमला किया, जिसके बाद उन्होंने नगर पालिका में शिकायत दर्ज कराई। पार्षद के हस्तक्षेप के बाद नगर पालिका की टीम ने कुत्ते को पकड़ लिया। कैलाश सेन ने कहा कि आवारा कुत्तों के बढ़ते आतंक के कारण लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह खतरा और भी बड़ा है।

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इस मुद्दे पर नगर पालिका की सीएमओ मधु सक्सेना ने बताया कि नगर पालिका लगातार श्वानों के बधियाकरण का अभियान चला रही है। हो सकता है कि कोई कुत्ता पागल हो गया हो, जिसके चलते वह लोगों पर हमला कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि बधियाकरण की प्रक्रिया एक सतत प्रयास है और इसे रोकने के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं। इसके बावजूद, स्थानीय निवासियों का कहना है कि इन कुत्तों के आतंक ने उनकी दिनचर्या को प्रभावित किया है और जल्द समाधान की आवश्यकता है।

शहर के लोग प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि इस समस्या का स्थायी हल निकाला जाए, ताकि शहरवासियों को इस भय से राहत मिल सके।