नरसिंहपुर में तांत्रिक ने अमीर होने लिए दी नरबलि, अंधविश्वास ने ली 22 वर्षीय युवक की जान

पुलिस ने युवक को बाइक से ले जाने वाले व्यक्तियों से बात की तो पाया की युवक अंधविश्वास के चलते नरबलि का शिकार हो गया।

Updated: Nov 10, 2023, 09:17 AM IST

नरसिंहपुर।अंधविश्वास के आगे कुछ लोग इतना पागल हो चुके हैं कि लोगों की हत्या करने तक से नहीं चूक रहे हैं। ऐसा ही सनसनीखेज मामला नरसिंहपुर के गाडरवारा में देखने मिला है। यहां एक तांत्रिक ने तंत्र विद्या कर अमीर होने लिए एक परिवार के इकलौते युवक की बलि दे दी। आरोप है कि बीमारी की परेशानी में पैसा की जरूरत को पूरा करने गांव के ही दो तांत्रिकों ने एक युवक की उंगली और गर्दन काट कर हत्या कर दी।

पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मामला 4 नवंबर का है, जहां गाडरवारा थाने के टेकापार के खेत में सिमरिया कला, थाना करेली निवासी अंकित कौरव पिता लक्ष्मी प्रसाद कौरव उम्र 22 वर्ष का क्षत-विक्षत शव मिला था। मृतक के सिर और गर्दन पर धारदार हथियार से वार एवं दाहिने हाथ की बीच की उंगली कटी होकर सर के सामने रखी हुई थी।

मामले में आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने थाना प्रभारी विक्रम रजक के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर आरोपियों का पता बताने वाले को 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। जांच टीम ने मामले की जांच शुरू की, जिसमें पाया कि युवक गांव के ही दो सुरेन्द काछी और रम्मू काछी नामक व्यक्तियों के साथ घटना से पहले शाम को बाइक से गया था। पुलिस ने युवक को बाइक से ले जाने वाले व्यक्तियों से बात की तो पाया की युवक अंधविश्वास के चलते नरबलि का शिकार हो गया।

पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने मामले का चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी सुरेंद्र काछी काली का उपासक है। गांव में तंत्र साधना करता है। चार माह पूर्व मृतक अंकित कौरव काफी बीमार हो गया था। डॉक्टरी इलाज से आराम नहीं लगने पर परिवार जनों ने इसी तांत्रिक से झाड़फूंक कराई थी, वह ठीक हो गया था। जिस वजह से मृतक अंकित और उसके परिवार के लोग इस सुरेंद्र काछी नामक तांत्रिक पर काफी विश्वास करने लगे थे।

करीब 15 दिन पूर्व मृतक अंकित के बहनोई दुर्घटनाग्रस्त हो गए थे, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा था और पैसा काफी खर्च हो रहा था। मृतक अंकित ने आरोपी सुरेंद्र काछी से संपर्क किया तो आरोपी ने पैसा बना सकता हूं, इसका दावा करते हुए अपनी तंत्रमंत्र की विद्या का बखान करते हुए कहा की दाएं हाथ की बीच की उंगली काटकर तंत्र साधना करना पड़ेगी। पैसे की जरूरत के चलते मृतक अंकित तैयार हो गया। आरोपी सुरेंद्र काछी ने अपने चचेरे भाई भगवान दास उर्फ रम्मू काछी के साथ मिलकर नर बलि की योजना बनाई। मृतक को टेकापार ग्राम ले जाकर पूजा पाठ कर प्रसाद में नींद की गोली मिलाकर बेहोश कर धारदार हथियार से हत्या कर दी।