MP में बदला मौसम का मिजाज, जबलपुर-मंडला, सिवनी में बारिश के साथ ओलावृष्टि, फसलों को भारी नुकसान

किसानों के अनुसार बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण गेहूं की फसल के साथ चना और मसूर की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है।

Updated: Feb 11, 2024, 04:56 PM IST

भोपाल। मध्‍य प्रदेश में रविवार को मौसम का मिजाज बदल गया है। राज्‍य के अनेक हिस्‍सों में बारिश हुई है। कुछ स्‍थानों पर ओलावृष्टि भी हुई है। बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण खेतों में खड़ी फसल को काफी नुकसान हुआ है। किसानों के अनुसार गेहूं की फसल के साथ चना और मसूर की फसल भी प्रभावित हुई है।

डिंडौरी जिले के शहपुरा क्षेत्र के आधा सैकड़ा से अधिक गांव में ओलावृष्टि के साथ मूसलाधार वर्षा हुई। मौसम के बदले मिजाज से किसान परेशान नजर आ रहे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि बेर के आकार के ओले लगभग 20 मिनट तक गिरते रहे। कई जगह सड़क पर और गेहूं की फसलों में ओले पट गए। तेज वर्षा के साथ ओलावृष्टि से किसानों की फसल के साथ सब्जियां भी प्रभावित हुई हैं। 

जबलपुर में बरगी तहसील के सोहड़ गांव में 2 मिनट तक ओले भी गिरे। सिवनी और मंडला में 4 मिनट तक ओलावृष्टि हुई। यहां फसलों को काफी नुकसान हुआ है। इससे पहले नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, अनूपपुर, मंडला, बालाघाट में भी गरज-चमक के साथ शनिवार रात पानी गिरा। मौसम विभाग के अनुसार, मध्यप्रदेश में अगले 3 दिन बादल, बारिश और आंधी चलने के आसार हैं। 

जबलपुर-नर्मदापुरम संभाग के जिलों में 30 से 40 किलोमीटर/घंटे की स्पीड से हवाएं चल सकती हैं। 14 फरवरी से फिर तेज ठंड का दौर शुरू होगा। रात का टेम्प्रेचर 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। मौसम विभाग भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि अभी दक्षिणी गुजरात के आसपास साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है। ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। इसका असर मध्य प्रदेश पर पड़ा है।