अहंकराचार्य नहीं चाहते कि देश की निगाहें किसी और विषय पर हों, राहुल गांधी को मंदिर जाने से रोकने पर कांग्रेस

आज PM मोदी और हिमंता बिस्वा सरमा की कूटनीति ने बोरदोवा थान के महत्व को धूमिल कर उसका अपमान किया है। अगर वे नहीं चाहते कि टीवी में PM मोदी के अलावा कोई और चेहरा नजर आए तो चैनल मालिकों को मना कर दीजिए कि हमें न दिखाएं: गौरव गोगोई

Updated: Jan 22, 2024, 05:33 PM IST

अन्याय के खिलाफ कांग्रेस द्वारा निकाली जा रही न्याय की महायात्रा नौंवे दिन असम से मेघालय में प्रवेश कर गई। सोमवार को दोपहर बाद असम कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेन बोरा ने यात्रा का ध्वज मेघालय कांग्रेस के अध्यक्ष विंसेंट एच पाला को सौंपा। राहुल गांधी मेघालय की धरती पर पैदल आगे बढ़ रहे हैं।

इससे पहले सुबह असम में हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला जब भाजपा सरकार द्वारा राहुल गांधी के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम को रोक दिया गया। राहुल गांधी बोर्दोवा थान में संत श्री शंकरदेव के जन्मस्थल पर दर्शन करने जा रहे थे, लेकिन उन्हें रोक दिया गया। इसके बाद वे धरने पर बैठ गए। दो घंटे के बाद केवल स्थानीय सांसद और विधायक को जाने दिया गया।

राहुल गांधी को रोके जाने पर कांग्रेस ने तल्ख टिप्पणी की है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, 'आज भारत जोड़ो न्याय यात्रा के नौवें दिन की क्रोनोलॉजी समझने की जरूरत है। 11 जनवरी को हमारे दो विधायक बोरदोवा थान के सत्राधिकार से मिले। दोनों ने कहा कि 22 जनवरी को राहुल जी और यात्रा नौगांव से गुजर रही है। ऐसे में राहुल जी चाहते हैं कि वे बोरदोवा थान में कुछ समय बिताएं। तभ हमें कहा गया कि आपका स्वागत है।'

जयराम रमेश ने आगे कहा, 'लेकिन 20 जनवरी को असम के CM ने कहा कि राहुल गांधी जी 3 बजे के बाद आ सकते हैं। CM की यही बात 21 जनवरी को सत्राधिकार ने दोहराई। आज सुबह जब राहुल जी वहां पहुंचे तो 17 किमी पहले ही बैरिकेड लगे थे। आखिर जब दिल्ली से आदेश आया तो केवल स्थानीय सांसद और विधायक को जाने दिया गया।
देश के 'अहंकराचार्य' नहीं चाहते कि देश की निगाहें किसी और विषय पर हों। हम 2 घंटे तक बैरिकेड के पास बैठे रहे और जब गौरव गोगोई जी और शिवामणि बरुआ जी बोरदोवा थान से वापस आए तो हम वहां से निकले। हमें खेद है कि इन कारणों से हम सुबह यात्रा नहीं कर पाए।'

वहीं, कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि आज PM मोदी और हिमंता बिस्वा सरमा की कूटनीति ने बोरदोवा थान के महत्व को धूमिल कर उसका अपमान किया है। अगर वे नहीं चाहते कि टीवी में PM मोदी के अलावा कोई और चेहरा नजर आए तो चैनल मालिकों को मना कर दीजिए कि हमें न दिखाएं। उन्होंने एक अफवाह भी फैलाई कि जिस समय राहुल गांधी जी दर्शन के लिए जाना चाहते हैं, उस वक्त वहां सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहा होगा, लेकिन जब हम वहां गए तो कोई कार्यक्रम नहीं हो रहा था।