असम चुनाव: हेमंत बिस्वा के बाद अब नरेंद्र मोदी और अमित शाह को भी बैन करने की मांग तेज
असम के अखबारों में खबर के रूप में विज्ञापन चलाने के मामले में कांग्रेस ने चुनाव आयोग से की मांग, पीएम मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा को किया जाए प्रतिबंधित

गुवाहाटी। असम में विधानसभा चुनाव के दौरान कई अखबारों में खबर के रूप में बीजेपी का विज्ञापन छापने का मामला तूल पकड़ लिया है। चुनाव आयोग द्वारा आठ अखबारों को नोटिस दिए जाने के बाद अब मोदी और शाह को प्रतिबंधित करने की मांग उठने लगी है। कांग्रेस ने केंद्रीय चुनाव आयोग से मांग की है कि तत्काल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनेवाल को राज्य में चुनाव प्रचार करने से बैन किया जाए।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा की, 'हम चुनाव आयोग से आग्रह करते हैं कि वो सारे इश्तेहार जो दुर्भावनापूर्ण असम के अखबारों में दिए गए थे। उसमें अखबारों को तो नोटिस दिया है, लेकिन इश्तेहार में जिस-जिस का चेहरा है वो चाहे मोदी जी, अमित शाह या सर्वानंद जी हो उन पर भी इस तरह का बैन लगे ताकि राज्य में निष्पक्ष चुनाव हो सके।'
EC debarring Himanta B Sarma from campaigning for 48 hrs prove that BJP has lost polls & is resorting to tactics. We urge EC to debar Narendra Modi, Amit Shah, Sarbananda Sonowal & JP Nadda too who were shown in ads in Assam's newspapers, for free&fair polls: R Surjewala,Congress pic.twitter.com/kokhHq0aFt
— ANI (@ANI) April 3, 2021
दरअसल, असम के आठ अखबारों ने बीते दिनों चुनाव आचार संहिता के बावजूद बीजेपी का विज्ञापन छापा था। हालांकि, इस विज्ञापन का प्रारूप खबर के रूप में तैयार की थी। इसमें दावा किया गया था कि पहले चरण में जिन 47 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव हुए हैं उन अभी पर बीजेपी की जीत होगी। मामले पर कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह विज्ञापन चुनाव आयोग के निर्देशों, चुनाव आचार संहिता और जनप्रतिनिधि कानून 1951 का उल्लंघन है। कांग्रेस की शिकायत के बाद अब इन आठ अखबारों को चुनाव आयोग ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा।
कांग्रेस ने मोदी-शाह समेत अन्य बड़े नेताओं को प्रतिबंधित करने की मांग ऐसे समय में उठाई है जब बीजेपी नेता व असम सरकार में वित्त मंत्री हेमंत बिस्वा सरमा को चुनाव आयोग ने प्रचार करने से 48 घंटे तक के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। हेमंत बिस्वा सरमा ने असम में कांग्रेस की सहयोगी दल बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के अध्यक्ष एच मोहिलारी को धमकी देते हुए जेल भेजने की बात कही थी।
मामले पर संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने आदेश जारी कर कहा कि बिस्वा 48 घंटे तक कोई सार्वजनिक सभा, सार्वजनिक रैली, जुलूस या रोड शो, सहित साक्षात्कार या मीडिया में कोई बयान नहीं दे सकते। चुनाव आयोग के इस आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि, 'BJP तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है, वे असम, केरल, बंगाल, तमिलनाडु में चुनाव प्रभावित करना चाहते हैं। लेकिन वो इस षड्यंत्र में कामयाब नहीं होंगे है। हेमंत बिस्वा सरमा को असम और पूरे उत्तर पूर्व में 48 घंटे का बैन यह साबित करता है कि BJP चुनाव हार चुकी है।'