बीजेपी संसदीय बोर्ड से CM शिवराज की छुट्टी, नितिन गडकरी भी आउट, MP में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बीजेपी ने न केवल संसदीय बोर्ड बल्की केंद्रीय चुनाव समिति से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया है, एमपी निकाय चुनाव में विपरित परिणामों के बाद पार्टी का यह फैसला अहम माना जा रहा है

Updated: Aug 17, 2022, 11:40 AM IST

नई दिल्ली। भाजपा ने अपनी सर्वोच्च इकाई संसदीय बोर्ड का नए सिरे से गठन किया है। 11 सदस्यों वाली इस बोर्ड से शिवराज सिंह चौहान को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। मध्य प्रदेश निकाय चुनावों में विपरित परिणामों के बाद पार्टी का यह फैसला सीएम चौहान के राजनीतिक भविष्य के लिए अहम माना जा रहा है। इतना ही नहीं संसदीय बोर्ड से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भी हटा दिया है। गडकरी बीते कुछ दिनों से इशारों में अपनी ही सरकार के विरुद्ध बातें कर रहे थे, ऐसे में अब पार्टी ने उन्हें हटाकर सख्त संदेश दिया है।

बीजेपी महासचिव अरुण सिंह की ओर से जारी विज्ञप्ति में बीजेपी संसदीय बोर्ड के 11 सदस्‍यों के नाम का ऐलान किया गया है। विज्ञप्ति में कहा गया कि बीजेपी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने केंद्रीय संसदीय बोर्ड का गठन किया है। इनमें जे पी नड्डा अध्यक्ष होंगे जबकि अन्य सदस्यों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, कर्नाटक के पूर्व सीएम बी एस येदयुरप्पा, असम के पूर्व सीएम सर्वानंद सोनोवाल, के लक्ष्मण, इकवाल सिंह लालपुरा, सुधा यादव, सत्यनारायण जटिया और बीएल संतोष शामिल हैं। बीएल संतोष केंद्रीय संसदीय बोर्ड के सचिव होंगे। 

इसके अलावा पार्टी ने केंद्रीय चुनाव समिति का भी गठन किया है। चुनाव समिति से भी शिवराज सिंह चौहान और नितिन गडकरी की छुट्टी कर दी गई है। चुनाव समिति के सदस्यों में जेपी नड्डा (अध्‍यक्ष), नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह, बीएस येदयुरप्‍पा, सर्बानंद सोनोवाल, के. लक्ष्‍मण, इकबाल सिंह लालपुरा, सुधा यादव, सत्‍यनारायण जटिया, भूपेंद्र यादव, देवेंद्र फडणवीस, ओम माथुर, बीएल संतोष और बनथी श्रीनिवास का नाम शामिल है। 

माना जा रहा है कि नितिन गडकरी के बयानों से पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह नाराज थे। इसीलिए उन्हें समितियों से हटाकर अन्य नेताओं को संदेश देने की कोशिश की गई है कि पार्टी में मोदी-शाह की ही चलेगी। इधर शिवराज सिंह चौहान को हटाने के पीछे निकाय चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन को वजह माना जा रहा है। स्पष्ट है कि बीजेपी में शिवराज सिंह चौहान की डिमोशन हुई है। ऐसे में अब मध्य प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें लगाई जा रही है। बीजेपी से जुड़े सूत्रों का मानना है कि विधानसभा चुनाव से पूर्व शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री पद से भी हटाया जा सकता है।