विचारधारा वस्त्र नहीं जो जब मन में आया बदल लिए, यह रगों में बहता खून है, मित्र हार्दिक पर बरसे जिग्नेश

दलित एक्टिविस्ट व विधायक जिग्नेश मेवानी ने कहा कि राहुल गांधी युवाओं को साथ लेकर चलना चाहते हैं, कांग्रेस नेतृत्व आधी रात हमारे साथ खड़ा रहा है, हार्दिक को बिलो द बेल्ट जाकर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए

Updated: May 21, 2022, 07:29 AM IST

अहमदाबाद। गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रहे पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के पार्टी छोड़ने पर अब उनके आंदोलन के साथी रहे दलित एक्टिविस्ट व विधायक जिग्नेश मेवानी ने निशाना साधा है। जिग्नेश ने कहा है कि विचारधारा कोई वस्त्र नहीं है, जो जब मन में आया बदल लिए, बल्कि ये तो रगों में बहता खून है। 

गुजरात प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए जिग्नेश ने कहा की कांग्रेस का नेतृत्व अपने कार्यकर्ताओं के साथ आधी रात को भी खड़ा रहा है, और इसका सबसे बड़ा उदाहरण मैं खुद हूं। असम और गुजरात की बीजेपी सरकार के इशारों पर मेरे खिलाफ केस दर्ज हुआ और गिरफ्तार कर असम ले जाया गया। तब राहुल गांधी को मेरे साथियों ने आधी रात को उठाकर इस मुद्दे पर चर्चा की थी।

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इस दौरान जिग्नेश ने हार्दिक पटेल के तमाम दावों पर सिलसिलेवार रूप से प्रतिक्रिया दी। जिग्नेश ने कहा कि, 'हार्दिक पटेल ने पार्टी छोड़ी, लेकिन मर्यादा का ख्याल नहीं रखा। अपने ऊपर चल रहे 30-35 मुकदमों से डर कर हार्दिक पटेल ने अपनी विचारधारा से समझौता किया है। कांग्रेस पार्टी ने हार्दिक पटेल को गुजरात कांग्रेस पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया। पार्टी ने उन्हें 30 साल से भी कम उम्र में कार्यकारी अध्यक्ष बनाया। चुनाव प्रचार के दौरान हेलिकॉप्टर मुहैया कराया। स्टार प्रचारक बनाया। कांग्रेस की टॉप लीडरशिप के साथ उनकी बातचीत थी। और क्या चाहिए था।'

जिग्नेश ने कहा कि, 'मेरी उम्र 40 वर्ष है, मैं लड़ाई लड़ रहा हूं। मैं डंके की चोट पर कहता हूं कि मैं कांग्रेस पार्टी के साथ हूं। कम उम्र में पार्टी ने हार्दिक को सबकुछ दिया बावजूद आप कांग्रेस पार्टी छोड़कर राहुल गांधी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। जिसने आपको इतना प्यार दिया उसके खिलाफ बिलो द बेल्ट टिप्पणी कर रहे हैं। यह शोभा नहीं देता। अल्पेश ठाकोर ने भी कांग्रेस छोड़ा लेकिन उन्होंने कभी इस तरह की बातें नहीं की।'

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जिग्नेश ने आगे कहा कि, 'हार्दिक कहते हैं कि उन्हें काम करने का मौका नहीं दिया जा रहा था। यदि जनता के लिए आपको कुछ करने की इच्छा हो तो हमेशा काम ही काम है। हार्दिक उस पार्टी को गुजरात विरोधी बता रहे हैं जो सत्ता न रहने के बावजूद पिछले 27 वर्षों से गुजरात में आम लोगों की लड़ाई लड़ रही है। लेकिन हार्दिक पार्टी छोड़ने के बाद उद्योगपति अदाणी, अंबानी के समर्थन में उतर आए।'

युवा विधायक ने इस दौरान यह भी कहा कि, 'राहुल गांधी देश के सभी युवाओं को साथ लेकर चलना चाहते हैं, बेरोजगारी के मुद्दे पर कुछ करना चाहते हैं, कम से कम ऐसे व्यक्ति के खिलाफ हार्दिक पटेल को इस तरह की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए थी। आज भी मैंने कांग्रेस पार्टी की प्राइमरी मेंबरशिप नहीं ली, लेकिन फिर भी जब असम की सरकार ने पीएमओ के कहने पर मुझे टारगेट किया था, तब कांग्रेस पार्टी डंके की चोट पर मेरे साथ खड़ी रही। हार्दिक पटेल ने अनर्गल बयानबाजी करके पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल तोड़ने की कोशिश की, लेकिन उससे हमारा मनोबल टूटेगा नहीं।