किसानों को दुनिया भर से मिल रहा समर्थन, पॉप स्टार रिहाना से लेकर एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग तक आए साथ
ग्रेटा थनबर्ग, पॉप स्टार रिहाना के अलावा और भी नाम चीन हस्तियों ने किसान आंदोलन का समर्थन किया है

नई दिल्ली। भारत में चल रहे किसान आंदोलन का प्रभाव अब विश्वव्यापी हो चला है। किसान आनदोलन को अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन मिल रहा है। पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग के साथ साथ अमेरिकी पॉप स्टार रिहाना ने भी किसान आंदोलन के समर्थन में अपनी आवाज़ बुलंद की है।
We stand in solidarity with the #FarmersProtest in India.
— Greta Thunberg (@GretaThunberg) February 2, 2021
https://t.co/tqvR0oHgo0
ग्रेटा थनबर्ग ने किसान आंदोलन के समर्थन में एक खबर को ट्वीट करते हुए कहा है कि हम भारत में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में एकजुटता के साथ खड़े हैं। वहीं अमेरिकी पॉप स्टार रिहाना ने भी सीएनएन की एक खबर को ट्वीट करते हुए कहा कि हम इसके (किसान आंदोलन) बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं?
why aren’t we talking about this?! #FarmersProtest https://t.co/obmIlXhK9S
— Rihanna (@rihanna) February 2, 2021
ग्रेटा और रिहाना के अलावा और भी अंतरराष्ट्रीय हस्तियों ने ट्वीट किया है। रिहाना के ट्वीट के बाद अंतरराष्ट्रीय संस्था ह्यूमन राइट वाच ने किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। इसके साथ ही भारतीय पर्यावरण एक्टिविस्ट लिसिप्रिया कुंजुम ने भी किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया है।
कुछ समूह अपने निहित स्वार्थ के लिए एजेंडा फैलाने में लगे हैं : विदेश मंत्रालय, भारत
अंतर्राष्ट्रीय हस्तियों द्वारा किसान आंदोलन को अपना समर्थन देने के बाद सोशल मीडिया पर सनसनी फैल गई। भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपना बयान भी जारी कर दिया है। विदेश मंत्रालय का कहना है कि कुछ समूह अपने निहित स्वार्थ की पूर्ति के लिए एजेंडा फैलाने में लगे हुए हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ऐसा ही कुछ गणतंत्र दिवस के दिन भी हुआ था। मंत्रालय ने कहा है कि यह सब भारत के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय समर्थन जुटाने की साजिश है।
विदेश मंत्रालय ने कृषि कानूनों को पाकसाफ करार देते हुए कहा है कि तीनों कानून संवैधानिक तरीके से संसद द्वारा पारित किए गए हैं और ये पूर्ण रूप से किसानों के हित में है। विदेश मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय हस्तियों के ट्वीट को लेकर कहा है कि उन्होंने बिना तथ्य की जांच परख किए ही ट्वीट कर दिए। मंत्रालय ने इन ट्वीट्स को गैरजिम्मेदाराना बताया है।