मोदी बेहद कमजोर हो गए हैं, कमजोर व्यक्ति ही इस तरह की हरकत करवाता, सांसदों के निलंबन पर बोले मनोज झा

आपसे हम सवाल पूछ रहे हैं, मसला सिर्फ देश की सुरक्षा का है संसद की इमारत का नहीं है। एक आधिकारिक बयान नहीं दे सकते? आप क्या चाहते हैं? विपक्ष मुक्त संसद आपने बना लिया: मनोज झा

Updated: Dec 18, 2023, 07:00 PM IST

नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में चूक की घटना को लेकर सोमवार को दोनों सदन में जमकर बवाल देखने को मिला। विपक्ष की आवाज दबाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार द्वारा एक दिन में ही 78 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया। इनमें लोकसभा के 33 और राज्यसभा के 45 विपक्षी सांसद शामिल हैं। इसी के साथ इस सत्र में अबतक कुल 92 सांसद सस्पेंड किए जा चुके हैं। सांसदों के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई पर आरजेडी सांसद मनोज झा ने तल्ख टिप्पणी की है।

राज्यसभा से निलंबित किए जाने पर RJD सांसद मनोज कुमार झा ने कहा, "मैं भी उनमें शुमार हूं। इसे गर्व की तरह ले रहा हूं कि मैं निलंबित हूं। जब काला दौर होता है ना तब तानाशाहों को ऐसी ही संसद चाहिए.... आपसे हम सवाल पूछ रहे हैं, मसला सिर्फ देश की सुरक्षा का है संसद की इमारत का नहीं है। एक आधिकारिक बयान नहीं दे सकते? आप (भाजपा) क्या चाहते हैं?'

मनोज झा ने आगे कहा, 'विपक्ष मुक्त संसद आपने बना लिया। जो बचे हैं उन्हें कल कर(निलंबित) देना। ये दौर याद रखा जाएगा कि जबसे प्रधानमंत्री मोदी अपने दूसरे कार्यकाल में आए हैं बहुत कमजोर हो गए हैं। कमजोर व्यक्ति ही संसदीय कार्य मंत्री द्वारा इस प्रकार की हरकतों को प्रोत्साहित करता है और करवाता है।'

सांसदों के निलंबन पर शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, 'ऐसी तानाशाही नहीं चलेगी। यह देश को स्वीकार्य नहीं है। जनता के विश्वास पर उन्हें यह जनादेश मिला है। उन्हें जनादेश इसलिए मिला क्योंकि उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा को एक महत्वपूर्ण मुद्दा माना था। लेकिन आज सबसे सुरक्षित इमारत पर हमला हो रहा है। इस पर न तो प्रधानमंत्री बोलते हैं और न ही गृह मंत्री, अगर हमने आपका बयान मांगा तो आपने हमें सदन से निलंबित कर दिया- यह किसी को स्वीकार्य नहीं है। हम इसके लिए लड़ना जारी रखेंगे...अगर हमें निलंबित किया जा रहा है क्योंकि हम (बयान) मांग रहे हैं, तो यह हमारे लिए सम्मान का प्रतीक है।'

बता दें कि सोमवार को पहले लोकसभा से नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी समेत 33 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया था। इसके बाद राज्यसभा से जयराम रमेश, के सी वेणुगोपाल समेत 45 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। इन सांसदों की गलती सिर्फ इतनी थी कि वे संसद में घुसपैठ मामले में गृहमंत्री शाह से जवाब मांग रहे थे।

इससे पहले पिछले हफ्ते लोकसभा से 13 सांसदों को सस्पेंड किया गया था। वहीं, राज्यसभा में डेरेक ओ ब्रायन पर निलंबन की कार्रवाई हुई थी। यानी अबतक कुल 47 सांसदों को सत्र से निलंबित कर दिया गया है।