शंभू बॉर्डर पर बिगड़े हालात, दिल्ली कूच की कोशिश कर रहे किसानों पर ड्रोन से दागे जा रहे आंसू गैस के गोले

दिल्ली कूच से पहले शंभू बॉर्डर पर अरदास की गई। इसके बाद कुछ किसानों ने आगे बढ़ने की कोशिश की तो हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले दाग दिए। जिसके बाद शंभू बॉर्डर पर माहौल तनावपूर्ण हो गया।

Publish: Feb 21, 2024, 12:46 PM IST

नई दिल्ली। दिल्ली की सीमाओं पर पिछले काफी दिनों से डटे किसान आज एक बार फिर से राजधानी में कूच की कोशिश कर रहे हैं। किसानों को रोकने के लिए मौके पर भारी संख्या में सशस्त्र पुलिसबल की तैनाती की गई है। यहां किसानों पर ड्रोन से आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं। जिसके बाद शंभू बॉर्डर पर माहौल तनावपूर्ण हो गया।

दिल्ली कूच से पहले बुधवार सुबह शंभू बॉर्डर पर अरदास की गई। इसके बाद कुछ किसानों ने आगे बढ़ने की कोशिश की तो हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले दाग दिए। किसानों ने आज 11 बजे दिल्ली में प्रवेश का ऐलान किया था, जिसके बाद किसान बॉर्डर से आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस उनको आगे बढ़ने से रोकने के लिए हर संभव बल प्रयोग कर रही है।

शंभू बॉर्डर पर करीब 14 हजार किसान हैं। ये 1200 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ राजधानी की तरफ निकलने की कोशिश कर रहे हैं। उधर, खनौरी बॉर्डर से भी किसान हरियाणा में घुसने की कोशिश में हैं। यहां भी 800 ट्रैक्टर इनके साथ हैं। बॉर्डर पर हालात बिगड़ने के बाद अब केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने किसानों से बातचीत के लिए फिर से न्योता भेजा है। अगर किसान बातचीत के लिए तैयार हो जाते हैं, तो यह पांचवीं बैठक होगी। अब तक की सभी बैठकें बेनतीजा रहीं हैं।

किसान आंदोलन का आज 9वां दिन है। अलग-अलग वजह से अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में 2 किसान और 2 पुलिस सब इंस्पेक्टर हैं। किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा सरकार हाईकोर्ट पहुंच गई है। हरियाणा सरकार ने हाईकोर्ट से पंजाब सरकार को कार्रवाई करने के लिए कहा है। हरियाणा सरकार का कहना है कि शंभू बॉर्डर पर किसान मोडिफाइड ट्रैक्टर ट्रॉलियों के साथ मौजूद हैं। इससे कानून व्यवस्था को खतरा है। पंजाब सरकार उन पर कार्रवाई करे।

हरियाणा पुलिस ने हैवी मशीनों के मालिकों को चेतावनी दी है। हरियाणा पुलिस ने कहा कि अगर प्रदर्शन में किसानों ने उनकी जेसीबी या पोकलेन जैसी मशीनों का इस्तेमाल किया तो उनके खिलाफ गैर जमानती केस दर्ज किया जाएगा। उन्हें कहा गया है कि वे तुरंत अपनी मशीनों को आंदोलन से वापस ले जाएं।