योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ने दिया इस्तीफा, दलित पिछड़ों की उपेक्षा का लगाया आरोप

कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को भेजा इस्तीफा, समाजवादी पार्टी में शामिल होने की अटकलें तेज़

Updated: Jan 11, 2022, 09:14 AM IST

Photo Courtesy: India Tv
Photo Courtesy: India Tv

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही स्वामी प्रसाद मौर्य ने योगी सरकार पर दलित पिछड़ों की उपेक्षा का आरोप लगाया है। कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर लिया है।

स्वामी प्रसाद मौर्य ने राज्यपाल अनांदीबेन पटेल को अपना इस्तीफा भेज दिया है। श्रम मंत्री ने राज्यपाल को भेजे अपने त्यागपत्र में कहा है कि बतौर कैबिनेट मंत्री विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी उन्होंने पूरे मनोयोग से अपने दायित्व का निर्वहन किया। लेकिन योगी राज में दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार युवाओं और छोटे व्यापारियों की लगातार हो रही उपेक्षा से तंग आ कर उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा देने का मन बनाया है। 

स्वामी प्रसाद मौर्य के ऐन मौके पर मंत्री पद से इस्तीफा देना बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। इतना ही नहीं, स्वामी प्रसाद मौर्य के अलावा योगी सरकार के अन्य कैबिनेट मंत्रियों व बीजेपी के कई नेताओं के पार्टी छोड़ने की अटकलें तेज़ हैं। ऐसी चर्चा है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के मद्देनजर बीजेपी की खस्ता हालत देखकर कई नेता जल्द ही बीजेपी छोड़ सकते हैं। 

कोरोना काल से ही उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के खिलाफ माहौल बना हुआ है। बेरोजगारी भी प्रदेश में बहुत बड़ा मुद्दा बना हुआ है। कोरोना की दूसरी लहर के बीच यह चर्चा जोरों पर थी कि बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व चुनावों में होने वाले भारी नुकसान से आशंकित हो कर सीएम योगी आदित्यनाथ को पद से हटाना चाहता है। 

यह भी पढ़ें : धर्म संसद से जुड़ा सवाल पूछने पर भड़के यूपी के डिप्टी सीएम, रिपोर्टर से की बदसलूकी जबरन डिलीट कराया वीडियो

जून महीने में सीएम योगी आदित्यनाथ को दिल्ली तलब भी किया गया था। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद सीएम योगी अपनी कुर्सी बचाने में सफल हो गए थे। लेकिन विधानसभा चुनावों के बाद वे अपनी कुर्सी बरकरार रखने में कामयाब हो पाएंगे या नहीं, इस पर सवालिया निशान बना हुआ है।

यह भी पढ़ें : सपा और आरएलडी में हुआ सीटों का बंटवारा, मायावती का चुनाव लड़ने से इनकार

खुद बीजेपी इतने भारी विरोध के बाद भी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को पद से बर्खास्त नहीं कर रही है। दावा है कि टेनी को पद से बर्खास्त करने का खामियाजा बीजेपी को आंतरिक गुटबाजी और बगावत पनपने के चलते यूपी चुनावों में भुगतना पड़ सकता है। बीजेपी खुद भी आगामी विधानसभा चुनावों में अपने संभावित नुकसान को लेकर चिंतित है। दिल्ली में टिकट बंटवारे को लेकर लगातार मंथन चल रहा है।