Bhind : रोशनी चमकी और दमका मेहगांव का स्कूल

10th Board Topper : स्कूल पहुंचने के लिए 24 किमी का सफर तय करने वाली रोशनी ने पाई 8वीं रैंक

Publish: Jul 07, 2020, 01:03 AM IST

अगर आपमें कुछ करने का जुनून हो तो कितनी भी मुश्किलें आ जाएं, आप उनसे हार नहीं मानते, जी हां मुश्किलों को पछाड़ते हुए सफलता पाने वालों में एक अलग ही जुनून होता है। एक ऐसी ही जुनूनी लड़की है रोशनी। जो मध्यप्रदेश के भिंड के अजनोल गांव में रहती है। रोशनी के गांव में 8वीं तक ही स्कूल था, अब वो मेहगांव के सरकारी स्कूल में पढ़ती है। पढ़ने के लिए रोजाना 24 किलोमीटर का सफर साइकिल से तय करती है। चाहे कोई भी मौसम हो रोजाना स्कूल पहुंचने वाली रोशनी ने चुनौतियों के बावजूद ने पढ़ना जारी रखा और उसकी मेहनत का फल दसवीं के परीक्षा परिणामों में देखने को मिला। रोशनी को दसवीं में 400 में से 395 अंक मिले। 98.75% अंको के साथ उसने मेरिट लिस्ट में 8वीं रैंक हासिल की। इससे पहले उनके गांव में किसी लड़की ने इतनी बड़ी सफलता नहीं पाई थी।

किसान पिता की बेटी की मेहनत रंग लाई

रोशनी के पिता पुरुषोत्तम भदौरिया गांव में खेती का काम करते हैं। उन्हे अपनी बेटी की सफलता पर गर्व है। उनका कहना है कि अब वे रोशनी को स्कूल भेजने के लिए एक गाड़ी की व्यवस्था करेंगे। रोशनी के पिता का कहना है कि''8वीं तक उनकी बेटी एक दूसरे स्कूल में पढ़ती थी। जहां बस की सुविधा थी लेकिन उसके बाद रोशनी का दाखिला मेहगांव के सरकारी स्कूल में करा दिया है। जो अजनोल गांव से 12 किलोमीटर दूर है। साथ ही वहां जाने के लिए वाहन की सुविधा नहीं है। इस वजह से रोशनी साइकिल से ही स्कूल आती जाती है। उन्होने बताया कि कई बार खराब मौसम में बेटी को मेहगांव में रिश्तेदार के यहां छोड़ना पड़ता था, ताकि वो समय से स्कूल पहुंच सके और उसकी पढ़ाई का नुकसान ना हो। 

आईएएस आफीसर बनना का सपना आंखों में संजोए रोशनी ने अपनी 11वी क्लास की पढ़ाई शुरू कर दी है, उनका कहना है कि उन्हे आगे भी इसी तरह मेहनत करनी है और अव्वल आना है।