NSE स्कैम में CBI ने आनंद सुब्रमण्यम को किया गिरफ्तार, नियुक्ति में रहस्यमयी बाबा के आदेश पर गहराया संदेह

NSE की पूर्व CEO एवं MD चित्रा रामकृष्ण के मुख्य रणनीतिक सलाहकार थे आनंद सुब्रमण्यम, माना जा रहा है कि चित्रा को हिमालय के जिस रहस्यमयी बाबा ने सलाह दी थी वह कोई और नहीं बल्कि आनंद सुब्रमण्यम ही थे

Updated: Feb 25, 2022, 04:36 AM IST

नई दिल्ली। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) घोटाला मामले में सीबीआई ने आनंद सुब्रमण्यम को गिरफ्तार कर लिया है। सुब्रमण्यम NSE की पूर्व CEO एवं MD चित्रा रामकृष्ण के चीफ स्ट्रेटजी ऑफिसर थे। माना जा रहा है कि चित्रा को हिमालय के जिस रहस्यमयी बाबा ने सलाह दी थी वह कोई और नहीं बल्कि आनंद सुब्रमण्यम ही थे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक इससे पहले सीबीआई के अधिकारियों ने आनंद सुब्रमण्यम से चेन्नई में तीन दिनों तक पूछताछ की थी। इस दौरान सुब्रमण्यम से यह पूछताछ की गई कि उन्हें एनएसई के चीफ स्ट्रेटजी ऑफिसर म पद पर नियुक्ति किस तरह मिली। साथ ही तत्कालीन मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ चित्रा रामकृष्ण के साथ उनके क्या रिश्ते थे। 

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इससे पहले NSE के पूर्व चेयरमैन अशोक चावला ने सेबी को पत्र लिखकर कहा था कि रहस्यमयी हिमालयी 'योगी' जिसने कथित तौर पर चित्रा रामकृष्ण को महत्वपूर्ण मामलों पर सलाह दी थी, वह कोई और नहीं बल्कि आनंद सुब्रमण्यम हो सकते हैं। दरअसल, सेबी की बीते 11 फरवरी को जारी रिपोर्ट से सामने आए कुछ नए तथ्यों के संदर्भ में CBI ने एनएसई की पूर्व सीईओ चित्रा और रवि नारायण से भी पूछताछ की थी। 

सेबी ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि चित्रा किसी हिमालय के रहस्यमय योगी की सलाह पर कामकाज से जुड़े महत्वपूर्ण फैसले लेती थीं और उसी के कहने पर सुब्रमण्यम को अपना सलाहकार एवं चीफ स्ट्रेटजी ऑफिसर भी बनाया था। सेबी की रिपोर्ट के मुताबिक 2013 में एनएसई की तत्कालीन सीईओ एंड एमडी रामकृष्ण ने आनंद सुब्रमण्यम को चीफ स्ट्रेटजी ऑफिसर नियुक्त किया था जबकि इससे पहले ऐसी कोई पोस्ट नहीं थी।

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सुब्रमण्यम इसके पहले Balmer Lawrie नामक फार्म में काम कर रहे थे जहां उनका सालाना पैकेज 15 लाख रुपये था। लेकिन एनएसई में 1.38 करोड़ रुपये का पैकेज दिया गया। आनंद को एक अप्रैल 2013 को एनएसई में नियुक्त किया गया और उसी दिन उनकी पत्नी सुनीता आनंद को भी 60 लाख रुपये के पैकेज पर चेन्नई के क्षेत्रीय कार्यालय में बतौर सलाहकार नियुक्त किया गया था। कुछ समय बाद पति-पत्नी के पैकेज में भारी बढ़ोतरी हुई। 

सुनीता आनंद की सैलरी तो मात्र तीन साल में हैरतअंगेज तरीके से करीब तिगुनी बढ़कर 2016 तक 1.33 करोड़ रुपये हो गई। एक अप्रैल 2013 से 31 मार्च 2014 तक सुनीता की सैलरी 60 लाख रुपये, एक अप्रैल 2014 से 31 मार्च 2015 तक 72 लाख रुपये, अप्रैल 2015 से मार्च 2016 तक 1.15 करोड़ रुपये और अप्रैल 2016 से 1.33 करोड़ रुपये थी। सीबीआई अब इस पूरे मामले में बारीकी से तफ्तीश कर रही है।