Locust attack : 26 वर्षों में सबसे बड़ा हमला, 5 राज्य प्रभावित

संयुक्त राष्ट्र संघ ने इस वर्ष टिड्डों की वजह से भारत में भारी मात्रा में फसल बर्बाद होने का अनुमान लगाया है।

Publish: May 27, 2020, 02:07 AM IST

भारत के पांच राज्यों में टिड्डी दल का कहर जारी है। राजस्थान सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है जहां लाखों एकड़ भू-भाग पर खड़ी फसलें व हरी सब्जियां बर्बाद हुई हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ ने इस वर्ष टिड्डों की वजह से भारत में भारी मात्रा में फसल बर्बाद होने का अनुमान लगाया है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने भी पिछले हफ्ते राज्यों को टिड्डे दल के कारण होने वाले बड़े नुकसान की चेतावनी दी थी।

खाद्य और कृषि संगठन (FAO) के मुताबिक टिड्डे सबसे पुराने प्रवासी कीड़े हैं जो अपना व्यवहार बदलने के साथ ही झुंड बनाकर लंबी दूरी तय करने में माहिर होते हैं। इनमें सबसे खतरनाक रेगिस्तानी टिड्डे दलों को माना जाता है। एक व्यस्क टिड्डा अपने शरीर के वजन के बराबर का खाना प्रतिदिन खाने में सक्षम होता है वहीं एक वर्ग किलोमीटर में फैला इनका दल तकरीबन एक दिन में 35 हजार लोगों का खाना खा सकता है।

इस वर्ष का टिड्डी दलों का हमला 1993 के बाद सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। समय पूर्व इस बार हुए टिड्डियों के हमले ने अबतक राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, पंजाब और हरियाणा में भारी मात्रा में फसलों को नुकसान पहुंचाया है। राजस्थान में सबसे ज्यादा नुकसान होने का अनुमान है वहीं केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने महाराष्ट्र, दिल्ली और उत्तरप्रदेश को भी अलर्ट किया है। खबरों के मुताबिक उत्तरप्रदेश के कुछ जगहों पर भी टिड्डी दलों ने अटैक किया है।

पिछले 2-3 वर्षों में टिड्डी दलों का ज्यादा मात्रा में प्रजनन करने का मुख्य कारण जलवायु परिवर्तन बताया जा रहा है। अमूमन टिड्डी दल ठंड के मौसम में मर जाते हैं पर पिछले साल ठंड में भी भारत समेत अन्य देशों में ये जीवित रहे थे। वैज्ञानिकों का मानना है कि भारत-पाक सीमा पर असामान्य मानसून व हिन्द महासागर में नियमित चक्रवातों के वजह से इनकी संख्या तेजी से बढ़ी है। पिछले वर्ष सीमा पर मानसून एक महीने देर से आया था और भारी बारिश हुई थी जिसके कारण इनका प्रजनन ज्यादा हुआ है। मौजूदा टिड्डी दल का प्रकोप भारत में पिछले 26 वर्षों का सबसे खतरनाक है वहीं सोमालिया में 25 तथा केन्या में 70 वर्षों का सबसे बड़ा हमला है।

सोमवार को टिड्डी दल राजस्थान की राजधानी जयपुर के रिहायशी इलाकों में उड़ते पाए गए जिसके बाद सोशल मीडिया पर फ़ोटो और वीडियो की झड़ी लग गयी। जिनमें देखा जा सकता है कि घर के छत के ऊपर करोडों की संख्या में टिड्डे बैठे हुए हैं। लोगों ने उन्हें शेयर करते हुए केंद्र व राज्य सरकारों को खूब घेरा व मदद की गुहार लगाई। बता दें कि राजस्थान टिड्डी दलों के कहर से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। सीएम अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिख राज्य में हुए नुकसानों के बारे में बताया है और केंद्रीय मदद की मांग की है। फिलहाल टिड्डी दलों पर ट्रैक्टर, ड्रोन व अन्य माध्यमों से कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है।