DAP खाद में निकल रही रेत, वीडियो सामने आने पर मचा हड़कंप, कांग्रेस ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

मध्य प्रदेश के राजगढ़ ने में एक युवा किसान ने खेत में डाली जा रही खाद को नकली बताया और उसका वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें देखा जा सकता है कि खाद से रेत निकल रही है।

Updated: Nov 02, 2024, 02:17 PM IST

राजगढ़। मध्य प्रदेश में बड़े पैमाने पर खाद की किल्लत उत्पन्न हो गई है। स्थिति ये है कि किसानों को एक बोरी खाद के लिए दिन-रात कतार में खड़ा रहना पड़ रहा है। इसके बावजूद उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है। खाद की किल्लत और वितरण में व्याप्त अव्यवस्थाओं के बीच अब मिलावट की खबर सामने आई है। राजगढ़ से एक वीडियो सामने आया है जिसमें DAP खाद में रेत निकल रही है।

राजगढ़ के युवा किसान ने बताया कि जो खाद मिल रही है वह अमानक है और इससे किसानों को नुकसान है। उसने इसके लिए खेत में एक प्रैक्टिकल भी करके बताया और फिर एक वीडियो बनाकर शेयर किया जिसमें वह बता रहा है कि यह खाद पूरी तरह से अमानक है। इसमें रेत का मिश्रण है और कचरा भी है।

वायरल वीडियो को लेकर किसान मनीष दांगी का कहना है कि गेहूं की सिंचाई के लिए वह डीएपी खाद को हम लोग खेतों में डाल रहे थे। शुरुआत में उन्हें लगा कि इसमें कंकर और पत्थर हैं। ऐसे में उन्होंने 2 किलो खाद का मौके पर ही प्रैक्टिकल करते हुए वीडियो बनाया। जिसमें 40 से 50 प्रतिशत रेत निकली। उन्होंने कहा कि ये किसानों के साथ धोखा है।

किसान मनीष दांगी ने कहा कि पूरे जिले में खरीफ के सीजन में यही खाद आया था और यही किसानों को बांटा भी गया था। 40 बोरी के लगभग मेरे पास रखी हुई थी। खाद की अंतिम बोरी में से मैंने प्रैक्टिकल किया था और किसी को अगर प्रैक्टिकल और करना है तो वो भी कर सकता है। पड़ोसी के पास और बोरियां रखी हुई हैं। पूर्व में लिया गया यह खाद पूरी तरह से अमानक है।

मामले पर कांग्रेस ने भी राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मध्य प्रदेश कांग्रेस किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष केदार सिरोही ने कहा कि जब-जब खाद की शॉर्टेज होती है तो अमानक खाद बिकता है और यह सरकार के संरक्षण में किया जाता है। डीएपी में सिंगल सुपर फॉस्फेट मिलाकर पैकिंग की जा रही है। रेत को काला कर देते हैं ताकि देखने में डीएपी खाद जैसा लगे और मिलाकर बेचा जा रहा है।

केदार सिरोही ने आगे कहा कि डीएपी का सरकारी रेट 1350 रुपए बोरी है लेकिन आज पूरे प्रदेश में ये 1800 से लेकर 2000 रुपए में बिक रहा है। कृषि विभाग खुद ही अमानक बेचने और कालाबाजारी करने का छूट दे रहा है। "क्वांटिटी, क्वालिटी और प्राइस" तीनों में किसान लूट रहा है। वीडियो में आंखों देखी सामने आई की खाद में रेत मिला हुआ है इसके बाद भी सरकार कार्रवाई नहीं करेगी। क्योंकि ये खेल सरकार के संरक्षण में ही हो रहा है।