Coronavirus : कोरोना के खतरे को बढ़ाता है धूम्रपान

WHO : स्मोकर्स पर कोरोना संक्रमण का ज्यादा असर होता है, और इसकी वजह से उनके ठीक होने का अनुपात भी कम होता है

Publish: Jul 05, 2020, 06:54 AM IST

courtesy : EconomicTimes
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ये सभी जानते हैं कि धूम्रपान सेहत के लिए हानिकारक है और सांस की बीमारी, कैंसर, हार्ट, लंग सबकी स्वास्थ्य पर असर डालता है। ताज़ा जानकारी के मुताबिक धूम्रपान से इन तमाम बीमारियों के साथ साथ कोविड संक्रमण का खतरा भी जुड़ गया है। WHO ने कहा है कि धूम्रपान करने वालों में ये संक्रमण तेज़ी से फैल सकता है। तो एक और खतरा धूम्रपान की वजह से बढ़ गया है वो है कोरोना का खतरा।

 धूम्रपान और कोरोना से जुड़े शोधों की समीक्षा में खुलासा

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने धूम्रपान और कोरोना को लेकर चेतावनी जारी की है। WHO का कहना है कि स्मोकिंग करने वालों को कोरोना की चपेट में आने पर मौत का खतरा काफी ज्यादा होता है। मौजूदा परिस्थितियों में धूम्रपान करना जानलेवा साबित हो सकता है, और इससे कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। WHO ने लोगों को स्मोकिंग से बचने की सलाह दी है।

 विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्मोकिंग और कोरोना के संबंधों पर प्रकाशित 34 रिसर्च का हवाला देते हुए कहा कि अस्पताल में भर्ती मरीजों में 18 प्रतिशत से ज्यादा स्मोकिंग करने वाले थे। WHO का कहना है कि धूम्रपान करने वालों में गंभीर बीमारी का खतरा तो होता ही है, लेकिन कोरोना संक्रमण होने पर मौत का खतरा भी अन्य मरीज़ों के मुकाबले बढ़ जाता है। स्मोकर्स पर कोरोना संक्रमण का ज्यादा असर होता है।

 विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लोगों से स्मोकिंग छोड़ने की अपील की

शोध के अनुसार सिगरेट का धुआं फेफड़ों को फुला देता है, जिसका इस्तेमाल कोरोना वायरस मानव कोशिकाओं में प्रवेश करने के लिए करता है। ऐसे में स्मोकिंग करने वाले में कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है। WHOका कहना है “उपलब्ध साक्ष्य बताते हैं कि धूम्रपान अस्पताल में भर्ती कोविड-19 रोगियों में बीमारी और मौत की गंभीरता से जुड़ा हुआ है। इसलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लोगों को स्मोकिंग छोड़ने की सलाह दी है।