Datia: टीआई के खिलाफ उसी के थाने में गैर जमानती वारंट, गृहमंत्री का करीबी होने से कार्रवाई नहीं

Digvijaya Singh: दतिया में संविधान नहीं गृहमंत्री नरोत्तम का संविधान लागू, शिवराज चौहान लाचार, उठा सवाल क्या टीआई खुद को करेंगे गिरफ़्तार या खुद ही करेंगे खुद को पेश

Updated: Sep 15, 2020, 07:05 AM IST

दतिया। मध्यप्रदेश के दतिया जिले से एक अजब-गजब मामला सामने आया है। दतिया के कोतवाली थाने में पदस्थ टीआई धनेंद्र भदौरिया के खिलाफ उन्हीं के थाने में गैर जमानती वारंट है। भदौरिया को कोर्ट में पेश कराने के लिए वारंट जारी किया गया है जो उन्हीं के पास गया है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या भदौरिया स्वयं खुद को गिरफ्तार करेंगे और खुद ही खुद को कोर्ट में पेश करेंगे।

अपने सेवाकाल में अनेक आरोपों से घिरे टीआई धनेंद्र भदौरिया को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का करीबी बताया जाता है। माना जाता है कि मंत्री के करीबी होने के कारण ही टीआई धनेंद्र भदौरिया पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। यहां तक कि एसपी खुद वारंट होने की बार स्वीकार कर रहे हैं मगर कार्रवाई नहीं। इस मामले पर कांग्रेस नेता व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर पुलिस कार्य प्रणाली पर सवाल उठाए हैं। 

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा, 'मध्यप्रदेश पुलिस भी अजब है ग़ज़ब है! मप्र के गृह मंत्री जी के चुनाव क्षेत्र में दतिया कोतवाली प्रभारी टीआई एक ऐसा टीआई पदस्थ है जिसके ख़ुद के ख़िलाफ़ ग़ैर ज़मानती वारंट है और तामील नहीं हो रहा है! दतिया एसपी ने वारंट होने की बात स्वीकारी। क्या यह अदालत की अवमानना नहीं है?'

सांसद दिग्विजय सिंह ने आगे कहा, 'इस टीआई को और अन्य पुलिस कर्मियों को माननीय उच्चतम न्यायालय ने 10 दिन कोर्ट में हाज़िर होने के आदेश दिए लेकिन आज तक हाज़िर नहीं हुए। क्योंकि जिन टीआई साहब को हाज़िर कराना वे स्वयं इसी केस में अपराधी हैं! और वारंट तामील नहीं हो रहा है। होगा भी कैसे?'

क्या न्यायालय इसे अवमानना मानेगा?

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि फिलहाल दतिया कोतवाली टीआई निर्दोषों को झूठे प्रकरणों में फंसाने में लगा हुआ है। उन्होंने कहा, 'क्या माननीय उच्चतम न्यायालय, न्यायालय की अवमानना का जिस प्रकार प्रशांत भूषण के प्रकरण में स्वयं संज्ञान में लिया था और दंड दिया था, इसे भी उसी प्रकार अवमानना मानेगा? फ़िलहाल टीआई दतिया कोतवाली गृह मंत्री की शह पर निर्दोषों पर झूठे प्रकरण बना कर गिरफ़्तार करने में लगा हुआ है।'

दतिया में नरोत्तम संविधान लागू 

राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने ने ट्वीट कर कहा, 'यह टीआई आदतन अपराधी है। अपराधियों से संबंध रखता है। निलंबित हो चुका है। भिंड ज़िले में भी इसी टीआई के ख़िलाफ़ IPC की धारा 506 का प्रकरण लंबित है। लेकिन गृह मंत्री जी का प्रिय है। दतिया ज़िले में भारत का संविधान लागू नहीं है “नरोत्तम” का संविधान लागू है। शिवराज लाचार है!'

क्या है पूरा मामला ?

साल 2012 में टीआई भदौरिया ने एडवोकेट मोहर सिंह कौरव को मध्यरात्रि में घर से उठाकर ले गए व बेरहमी से मारपीट की थी। इस घटना के विरोध में जिले के वकीलों ने लगातार एक महीने तक विरोध प्रदर्शन किया था। इसके बावजूद तत्कालीन शिवराज सरकार ने भदौरिया के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। बताया जा है कि टीआई भदौरिया वर्तमान गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के बेहद करीबी हैं और इसी कारण उनके ख़िलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। 

पीड़ित वकील ने कोई सुनवाई न होता देख हाइकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर मामले को उठाया जिसके बाद न्यायालय ने आरोपियों पर प्रकरण पंजीबद्ध कर उन्हें न्यायालय में उपस्थित होने का समन भेजे। आरोपियों द्वारा न्यायालय में उपस्थित नहीं होने के बाद कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट से लेकर गिरफ्तारी वारंट तक जारी किया लेकिन मामले पर अदालती आदेशों को लगातार अनदेखा किया गया। 

अन्य संगीन जुर्म में आरोपी है टीआई

मीडिया रिपोर्ट्स और सूत्रों के अनुसार टीआई भदौरिया पर कई और संगीन आरोप लग चुके हैं। टीआई भदौरिया के खिलाफ इनामी बदमाश को शरण देने और उससे घुस लेने के आरोप सिद्ध होने के बाद साल 2016 में पुलिस महानिरीक्षक उमेश जोगा ने टीआई भदौरिया को नौकरी से  बर्खास्त कर दिया था। जांच के दौरान यह पाया गया था कि इनामी बदमाश भीम यादव से भदौरिया जुआ संचालन के लिए 50 हजार रुपए प्रतिमाह की वसूली करता था। इसके अलावा रेत माफियाओं से भी वसूली करने का वह दोषी पाया गया था। 

टीआई भदौरिया

टीआई भदौरिया उस वक़्त भी विवादों में आए थे जब उन्होंने वर्तमान गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के जन्मदिन पर वर्दी में अपनी फ़ोटो के साथ बधाई संदेश वाले विज्ञापन लगवाए थे। इसके अलावा भी उनपर कई अन्य आरोप लग चुके हैं। फिलहाल वह गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के गृहक्षेत्र दतिया कोतवाली थाने में टीआई के पद पर पदस्थ हैं।