इंदौर में पकड़ाया झोलाछाप डॉक्टर, बिना डिग्री कर रहा था मरीजों का एलोपैथिक इलाज

आरोपी डॉक्टर के क्लिनिक से 7 कार्टन एलोपैथिक दवाएं जब्त, जांच के लिए भोपाल भेजे गए सैंपल, जिला प्रशासन, औषधि निरीक्षकों और चिकित्सा अधिकारियों की संयुक्त कार्रवाई

Updated: Feb 08, 2022, 08:25 AM IST

Photo Courtesy: patrika
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इंदौर। शहर के दौलतगंज इलाके में पुलिस प्रशासन ने एक झोलाछाप डॉक्टर पर कार्रवाई की है। आरोपी शफीक अंसारी बिना रजिस्ट्रेशन के नूरजहां क्लिनिक का संचालन कर रहा था। उसके क्लिनिक से पुलिस ने बड़ी मात्रा में एलोपैथिक दवाएं भी जब्त की हैं। क्लिनिक से 7 कार्टन दवाएं मिली हैं, जिनके सैंपल्स जांच के लिए भोपाल लैब भेजे गए हैं। आरोपी शफीक अंसारी के पास BUMS की डिग्री है,  लेकिन वह मरीजों को एलोपैथिक ट्रीटमेंट दे रहा था।

 जिला प्रशासन, औषधि निरीक्षकों और चिकित्सा अधिकारियों की एक संयुक्त टीम ने कार्रवाई की। टीम ने पूरी योजना बनाकर कार्रवाई की। टीम का एक सदस्य ही मरीज बनकर शफीक के क्लिनिक में इलाज कराने पहुंचा था। वहां पर देखने पर पूरे मामले का खुलासा हुआ। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने सबूतों के आधार पर यह कार्रवाई की है। आरोपी क्लिनिक संचालक पर बिना किसी ड्रग लाइसेंस के दवाएं बेचने का भी आरोप है।

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दरअसल लंबे समय से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और इंडियन एसोसिएशन ऑफ पैथोलॉजिस्ट एंड माइक्रोबायोलॉजिस्ट भी झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज करा रहा था। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने अब इन क्लिनिकों पर शिकंजा कसा है।

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यह पूरी कार्रवाई इंदौर जिला कलेक्टर मनीष सिंह और एडीएम अभय बेडेकर के निर्देश पर की गई है। इस प्लानिंग के तहत सोमवार को एक डमी मरीज को क्लिनिक में भेजा गया, ताकि फर्जी डॉक्टर को रंगेहाथ पकड़ा जा सके। आरोपी के खिलाफ ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। आगे की कार्रवाई जारी है।