उज्जैन में खुदाई के दौरान मिले हजारों साल पुराने मंदिर के अवशेष, 11वीं शताब्दी की कई मूर्तियां निकलीं

महाकाल मंदिर के अगले हिस्से में विश्राम स्थल बनाने के लिए की जा रही है खुदाई, लगातार मिल रहे हैं मंदिर के नीचे मंदिर होने के प्रमाण, परमार कालीन वास्तुकला का खूबसूरत मंदिर दिखा

Updated: Jul 14, 2021, 05:24 AM IST

Photo Courtesy: Bhaskar
Photo Courtesy: Bhaskar

उज्जैन। मध्यप्रदेश में स्थित बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में खुदाई के दौरान करीब एक हजार साल पुराने मंदिर के अवशेष मिले हैं। यह अवशेष परमार कालीन मंदिर के बताए जा रहे हैं। माना जा रहा है की महाकालेश्वर मंदिर परिसर के नीचे परमार कालीन वास्तुकला का बेहद खूबसूरत मंदिर दबा हुआ है। खुदाई के दौरान 11वीं शताब्दी की कई अहम मूर्तियां भी निकली हैं। 

दरअसल, बीते 30 मई को महाकालेश्वर मंदिर के अगले हिस्से में खुदाई के दौरान माता की प्रतिमा और स्थापत्य खंड मिली थी। यह बात सामने आने के बाद प्रदेश संस्कृति विभाग ने तत्काल पुरातत्व विभाग भोपाल के चार सदस्यों को उज्जैन महाकाल परिसर के निरीक्षण के लिए भेजा। इस टीम को लीड कर रहे पुरातत्वीय अधिकारी डॉ रमेश यादव ने दावा किया कि 11वीं-12वीं शताब्दी का मंदिर इस परिसर के नीचे दबा हुआ है।

यह भी पढ़ें: तीसरा बच्चा हुआ तो आप नौकरी के लायक ही नहीं- ग्वालियर हाईकोर्ट का बड़ा फैसला

यादव के मुताबिक महाकाल मंदिर के उत्तर वाले भाग में यह मंदिर दबा हुआ है। मंदिर के दक्षिण की ओर भी चार मीटर नीचे एक दीवार मिली है, जो करीब करीब 2,100 साल पुरानी है। पिछले साल भी महाकाल मंदिर में करीब 1,000 साल पुराने अवशेष मिले थे। बता दें कि यहां मंदिर के अगले हिस्से में विश्राम भवन बनाया जा रहा है। इसके लिए जब खुदाई की गई तब ये अवशेष सामने आने लगे और मूर्तियों की ढेर लग गयी। 

पुरातत्व अधिकारी डॉ रमेश यादव के मुताबिक फिलहाल यह कह पाना मुश्किल है की खुदाई में बाहर आया मंदिर किसने बनवाया था। इस पर अध्ययन किया जाएगा। जब सभी मूर्तियों और मंदिर के स्ट्रक्चर का एलाइनमेंट होगा, उसके बाद ही हम किसी निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं। मामले पर उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा है कि पुरातत्व अवशेष को बचाना हमारी प्राथमिकता है इस वजह से काम की रफ्तार बेहद धीमी है।