भोपाल के सुल्तानिया अस्पताल का प्लास्टर गिरा, एक महिला मरीज घायल

लेडी हॉस्पिटल का प्लास्टर गिरने से मची अफरा-तफरी, कई मरीजों ने भाग कर बचाई जान, 30 सितंबर तक नई बिल्डिंग में शिफ्ट होना था अस्पताल, काम अधूरा होने की वजह से पुरानी बिल्डिंग में ही किया जा रहा मरीजों का इलाज

Updated: Oct 14, 2021, 12:29 PM IST

Photo courtesy: Free Press Journal
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भोपाल। सुल्तानिया जनना अस्पताल में प्लास्टर गिरने से एक महिला मरीज घायल हो गई। हादसे में घायल महिला का इलाज इसी अस्पताल में किया जा रहा है। जिस दौरान अस्पताल का प्लास्टर गिरा वहां बहुत सी महिलाएं मौजूद थीं। राहत की बात रही की ज्यादा लोग इसकी चपेट में नहीं आए। दरअसल लेडी अस्पताल के नाम से मशहूर इस अस्पताल की बिल्डिंग करीब 120 साल पुरानी है। इसकी मेंटेनेंस का काम PWD का है।

अस्पताल प्रबंधन ने सफाई दी है कि इस प्लास्टर गिरने की घटना में महिला को केवल हल्की चोट लगी है। डाक्टरों ने उसका प्राथमिक इलाज कर दिया है। दरअसल जिस दौरान अस्पताल का प्लास्टर गिरा वहां पर दर्जन भर महिलाएं खड़ी थी। प्लास्टर गिरते ही मौके पर अफरा तफरी मच गई। कई महिलाएं बाल-बाल बचीं। बताया जा रहा है कि इस 120 साल पुरानी बिल्डिंग को हमीदिया अस्पताल के नव निर्मित D ब्लॉक में शिफ्ट किया जाना है।

फिलहाल समय सीमा खत्म होने के बाद भी नए भवन में काम बकाया है। 235 बिस्तरों वाला सुल्तानिया अस्पताल अक्सर सुर्खियों में रहता है। कई बार एक ही पलंग पर कई मरीजों को लिटाने, तो कभी डाक्टरों द्वारा मरीजों से दुर्व्यवहार की शिकायतें आती रहती हैं। इस अस्पताल में भोपाल के आसपास के गांवों के मरीज इलाज के लिए आते हैं। रोजाना करीब 30-40 डिलेवरी होती हैं। वहीं ओपीडी में करीब 400 से 500 मरीज आते है। वहीं 20-25 ऑपरेशन रोजाना होते हैं। अब अस्पताल में महिलाओं की सोनोग्राफी उनके बेड पर ही करने की सुविधा देने की तैयारी पर काम चल रहा है।