जबलपुर मेडिकल यूनिवर्सिटी में हंगामा, हजारों स्टूडेंट्स ने परिसर को घेरा, सत्र लेट होने से भड़के स्टूडेंट्स

समय पर परीक्षाएं आयोजित ना होने से अधर में है प्रदेश भर के 80 हजार मेडिकल का भविष्य, भारत जोड़ो में राहुल गांधी से भी मिल चुका है मेडिकल स्टूडेंट्स का डेलिगेशन

Updated: Dec 08, 2022, 11:20 AM IST

जबलपुर। मध्य प्रदेश के एकमात्र मेडिकल यूनिवर्सिटी अपने कारनामों के लिए लगातार सुर्खियों में है।  भ्रष्टाचार और फर्जी नियुक्तियों के बीच अब 80 हजार छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ का मामला सामने आया है। मेडिकल यूनिवर्सिटी में दो साल से परिक्षाएं नहीं हुए हैं, नतीजतन गुरुवार को हजारों की संख्या में मेडिकल स्टूडेंट्स ने परिसर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।

प्रदेशभर से आए हजारों की संख्या में छात्रों ने जब कुलपति से मुलाकात करने की कोशिश की तो यूनिवर्सिटी का गेट लगा दिया गया। जिसके बाद नाराज छात्रों ने जबरन गेट खोला और भीतर जा घुसे। प्रदेश भर से मेडिकल यूनिवर्सिटी पहुंचे छात्र छात्राओं ने आरोप लगाया कि समय पर परीक्षा आयोजित ना होने से हजारों छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हों रहीं है। छात्रों का कहना है कि समय पर परीक्षा ना होने पर 80 हजार से ज्यादा छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है।

हाल ही में मेडिकल स्टूडेंट्स का डेलिगेशन कांग्रेस नेता राहुल गांधी से भी मुलाकात कर चुका है। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मेडिकल स्टूडेंट्स का डेलिगेशन राहुल गांधी से मुलाकात कर उन्हें सारी समस्याओं से अवगत कराया था। डेलिगेशन का नेतृत्व कर रहे रवि परमार के मुताबिक इस दौरान राहुल गांधी ने उन्हें कहा कि, 'डरो मत। लड़ाई जारी रखो। राज्य में कांग्रेस की सरकार आते ही मेडिकल स्टूडेंट्स की मांगों को पूरा किया जाएगा।' 

जबलपुर में प्रदर्शन कर रहे छात्र अभिषेक पांडे ने कहा कि मध्य प्रदेश मेडिकल यूनिवर्सिटी आज भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुकी है। यहां पर छात्रों को शिक्षा नहीं दी जाती बल्कि उनसे रुपए लेकर उन्हें पास किया जाता है। आज यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले अधिकतर छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली और गड़बड़ियों से परेशान है। अभिषेक पांडे का कहना है कि BAMS की परीक्षा टाइम-टेबल 2019 से लेकर आज दिनांक तक 31 बार बदला जा चुका है जिसके कारण सत्र 15 माह देरी से चल रहा है।