Lockdown 4.0 केवल भोपाल, इंदौर, उज्‍जैन से यात्रा पर ई पास

eid 2020 : ईद का त्यौहार घर पर ही मनाने का आग्रह, आज चांद दिखा तो कल मनेगी ईद 2020, फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने का आग्रह

Publish: May 23, 2020, 08:49 PM IST

मध्‍य प्रदेश में लॉकडाउन 4.0 में छूट देते हुए तय किया गया है कि अब ग्रीन जोन से ग्रीन जोन में जाने के लिए ई-पास की आवश्यकता नहीं होगी। केवल भोपाल,इंदौर और उज्‍जैन से यात्रा प्रारंभ करने पर ही ई-पास की आवश्यकता रहेगी। ग्रीन-टू-ग्रीन जोन में स्वयं के वाहन से यात्रा की जा सकेगी। दूसरे राज्य से आने या वहां जाने पर भी ई पास आवश्यक होगा।

साथ ही मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि ईद का त्यौहार घर पर रहकर ही मनाया जाए। फिजिकल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया जाए। गौरतलब है कि शनिवार को ईद का चांद देखने का ऐलान किया गया है। यदि 23 मई को चांद दिखा तो 24 मई को ईद मनाई जाएगी।

मुख्यमंत्री चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा में कहा कि कोरोना संक्रमण रोकना हमारी पहली प्राथमिकता है। अत: सभी जिले पूरी सावधानी से इस प्रकार कार्य करें कि संक्रमण कहीं भी न फैले। साथ ही संक्रमित मरीजों का सर्वोत्तम इलाज सुनिश्चित किया जाए। एसीएस हेल्थ मोहम्‍मद सुलेमान ने बताया कि 22 मई की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में  कोरोना के 189 नए मरीज पाए गए हैं वहीं 246 मरीज स्वस्थ होकर घर गए हैं। कोरोना के एक्टिव प्रकरणों में 59 की कमी आयी है। अब प्रदेश में कोरोना के एक्टिव प्रकरण 2809 हैं। प्रदेश के कटनी एवं नरसिंहपुर जिलों में अभी कोई कोरोना पॉजिटिव नहीं आया है, वहीं आगर-मालवा, अलीराजपुर, अनूपपुर, छिंदवाड़ा एवं हरदा जिले संक्रमण मुक्त हो गए हैं।

 

मंदसौर जिले की समीक्षा के दौरान बताया गया कि तीन दिन में वहाँ 23 कोरोना के प्रकरण बढ़ गए। इस पर मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि पूरी सावधानी एवं गंभीरता से कार्य किया जाए, थोड़ी भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

रीवा जिले की समीक्षा में मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि बाहर से आने वाले मजदूरों की अनिवार्य रूप से हैल्थ स्क्रीनिंग हो। कलेक्टर द्वारा बताया गया कि जिले में अभी तक 55 हजार प्रवासी मजदूर आ गए हैं। जिले में कोरोना के 26 प्रकरण थे जिनमें से एक डिस्चार्ज होकर घर चला गया है।  अपर मुख्य सचिव आईसीपी केशरी ने बताया कि मध्यप्रदेश में श्रमिकों को लेकर 119 ट्रेनें आ गई हैं तथा अब 10 और ट्रेनें आएंगी। अभी तक बसों एवं ट्रेन के माध्यम से 5 लाख एक हजार मजदूर प्रदेश वापस आ गए हैं। इनमें से 3.5 लाख मजदूर बसों के माध्यम से प्रदेश आए हैं तथा इतनी ही संख्या में बाहर के प्रदेशों के मजदूरों को प्रदेश से भिजवाया गया है।

प्रमुख सचिव कृषि अजीत केसरी ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में टिड्डी दल से बचाव की व्यवस्था कर ली गई है। सभी जिलों में दवाओं का स्टॉक है तथा खेतों से इनको भगाने के लिए स्प्रे किया जा रहा है। टिड्डी दल ने नीमच जिले से प्रदेश में प्रवेश किया था।