बिहार विधानसभा का अंतिम चरण का मतदान संपन्न, प्राणपुर सीट पर सर्वाधिक 80.99 फीसदी वोट पड़े
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण की वोटिंग शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। 20 जिलों की 122 सीटों पर 68.48% मतदान दर्ज हुआ, जबकि किशनगंज में सबसे अधिक 77.75% वोटिंग हुई। मतदान के दौरान कुछ गड़बड़ियों और झड़पों की घटनाएं भी सामने आईं। राजनीतिक दलों ने जीत के दावे किए।
बिहार। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और आखिरी चरण का मतदान मंगलवार शाम 6 बजे समाप्त हो गया। हालांकि, जो मतदाता मतदान केंद्रों पर कतार में खड़े हैं उन्हें वोट डालने की अनुमति दी गई है। राज्य के 20 जिलों की 122 सीटों पर इस चरण में कुल 68.48% मतदान दर्ज किया गया। मुस्लिम बहुल किशनगंज जिले में सबसे ज्यादा 76.26% वोटिंग हुई।
इस चरण में लगभग 3 करोड़ 70 लाख मतदाताओं ने 1302 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला EVM में कैद किया। इनमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली सरकार के आधा दर्जन से ज्यादा मंत्री भी शामिल हैं। कुल 45,399 मतदान केंद्रों पर वोटिंग हुई जिनमें से 40,073 केंद्र ग्रामीण इलाकों में थे। इस चरण में कुल 1.75 करोड़ महिला मतदाताओं ने लोकतंत्र के इस महापर्व में हिस्सा लिया।
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इस बार बिहार में रिकॉर्ड तोड़ वोटिंग देखने को मिली। दोपहर एक बजे तक ही मतदान 47% के पार पहुंच गया था। पहले चरण में भी 65% से ज्यादा वोटिंग हुई थी। इस बार राज्य में अब तक का सबसे ऊंचा मतदान प्रतिशत दर्ज हो किया गया है। 1998 के लोकसभा चुनाव में 64.6% मतदान हुए थे जो कि अब तक का सबसे अधिक वोटिंग का रिकॉर्ड है। लेकिन इस बार ये रिकॉर्ड भी टूट गया है।
दूसरे चरण में पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज जैसे नेपाल सीमा से सटे जिलों में मतदान हुआ। सीमांचल क्षेत्र की अधिकांश सीटों पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या अधिक होने के कारण यह चरण एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों के लिए बेहद अहम रहा। शांतिपूर्ण और पारदर्शी मतदान सुनिश्चित करने के लिए पूरे राज्य में चार लाख से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे।
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भारी मतदान को लेकर एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों ने अपनी-अपनी जीत के दावे किए। केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने कहा, “दूसरे फेज की 122 सीटों में से 80 हम जीतने वाले हैं।” वहीं, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि “लोगों ने बढ़-चढ़कर मतदान किया है, मेरा मन गदगद है।”
किन जिलों में हुई कितनी वोटिंग
अररिया - 69.27%
अरवल - 63.79%
औरंगाबाद - 65.22%
बांका - 70.09%
भागलपुर - 67.29%
गया - 68.50%
जहानाबाद - 65.32%
जमुई - 69.36%
कैमूर (भभुआ) - 68.24%
कटिहार - 77.83%
किशनगंज - 77.75%
मधुबनी - 63.01%
नवादा - 57.76%
पश्चिम चंपारण - 70.61%
पूर्णिया - 75.65%
पूर्वी चंपारण - 70.88%
रोहतास - 61.68%
शिवहर - 68.53%
सीतामढ़ी - 66.54%
सुपौल - 72.19%
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वोटिंग के दौरान 15 बड़ी घटनाएं
1. अरवल: मतदान के दौरान पीठासीन पदाधिकारी अरविंद कुमार की हार्ट अटैक से मौत।
2. शिवहर और बेलसंड (तारियानी): गड़बड़ी के आरोप में 13 लोगों को हिरासत में लिया गया।
3. बेतिया: पैसे बांट रहे आरजेडी समर्थकों को ग्रामीणों ने पकड़ा, पुलिस ने दोनों को थाने ले गए।
4. बगहा: 19 बूथों पर सिर्फ 1 वोट पड़ा, 15 हजार से ज्यादा लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया।
5. अररिया: कांग्रेस और बीजेपी समर्थकों में झड़प, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धमकी का आरोप लगाया।
6. नवादा (हिसुआ): भाजपा प्रत्याशी अनिल सिंह को ग्रामीणों ने खदेड़ा, नाराजगी जताई।
7. रोहतास: पंचायत भवन की मांग को लेकर ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार किया।
8. जमुई: दो समुदायों में झड़प, ईंट-पत्थर चले, पुलिस ने हालात संभाले।
9. जहानाबाद: बूथ संख्या 220 पर दो गुटों के बीच झड़प, 4 लोग घायल।
10. रोहतास (नोखा): जदयू प्रत्याशी नागेंद्र चंद्रवंशी गाड़ी पर पार्टी झंडा लगाकर घूमते दिखे।
11. मोतिहारी: फर्जी वोट डालने की कोशिश करते 10 लोग पकड़े गए।
12. मोतिहारी: मतदान में बाधा डालने के आरोप में पोलिंग एजेंट गिरफ्तार।
13. सीतामढ़ी (रुन्नीसैदपुर): जदयू पोलिंग एजेंट गौतम कुमार पर आचार संहिता उल्लंघन का केस दर्ज।
14. जमुई (चकाई): बूथ 145 पर EVM खराब होने से 5 घंटे तक वोटिंग बाधित रही।
15. बांका (कटोरिया): बूथ 76 पर डेढ़ घंटे देरी से शुरू हुई वोटिंग।
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आखिरी चरण में कई बड़े चेहरे मैदान में थे, जेडीयू के बिजेंद्र प्रसाद यादव (सुपौल), भाजपा की रेनू देवी (बेतिया), प्रेमेंद्र कुमार (गया टाउन), नीरेज कुमार सिंह बबलू (छातापुर), लेशी सिंह (धमदाहा), शीला मंडल (फुलपरस) और जमा खान (चैनपुर) जैसी हस्तियां अपने राजनीतिक भविष्य की बाजी लगा चुकी हैं। चुनाव आयोग ने बताया कि सभी मतदान केंद्रों पर मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही। जहां-जहां गड़बड़ियों की शिकायतें मिली हैं वहां जांच के निर्देश दिए गए हैं। कई जिलों में मतदान एजेंटों और प्रत्याशियों के समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। सुरक्षा बल अब वोटिंग मशीनों को सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाने में जुटे हैं।




